7 माह में 46 लाख ज्येष्ठ यात्रियों ने नि:शुल्क एसटी बस का लाभ लिया
मुंबई/दि.25– स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव निमित्त राज्य शासन ने 75 वर्ष से अधिक ज्येष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई नि:शुल्क एसटी यात्रियों का लाभ विगत 7 माह से एक करोड 46 लाख नागरिकों ने (प्रत्यक्ष में 14 लाख) लेने का स्पष्ट हुआ. इस सुविधा के बदले में शासन ने 98 करोड 46 लाख रूपए एसटी महामंडल को देना पडेगा. जनवरी से जुलाई इस सात माह में ग्रामीण क्षेत्र में एसटी के यात्रा करनेवाले ज्येष्ठ नागरिकों की संख्या बढने का दिखाई दिया. यदि कोई एक यात्री 10 बार यात्रा करें तो वह 10 यात्री में गिनती की जाती है. उस अनुसार यह संख्या एक करोड थी. यानी 7 माह में प्रत्यक्ष रूप से 14 लाख ज्येष्ठों ने इन योजना का लाभ लिया है. महिला-लडकियों को एसटी यात्रा में 50 प्रतिशत सुविधा देने के बाद इस यात्री की यह संख्या बढी है. राज्य परिवहन महामंडल के ताफे में 16 हजार बस है. इस सेवा का लाभ लेनेवाले ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों की रोज की संख्या 55 लाख है. एसटी बस की एक दिन में एक लाख फेरिया होती है. सरकार ने 43 समाज घटको को एसटी यात्रा में सहूलियत दी है. उसमें स्वतंत्रता सैनिकों से लेकर ज्येष्ठ नागरिकों तक के नागरिकों का समावेश है. 65 वर्ष तक के ज्येष्ठों को 50 प्रतिशत तक की सहूलियत है. किंतु 75 वर्ष के ज्येष्ठों को एसटी यात्रा नि:शुल्क है.
कर्नाटक में सिध्दरामय्या के नेतृत्व में कांगे्रस सरकार ने महिलाओं के लिए नि:शुल्क एसटी यात्रियों की शक्ति योजना विगत जून से चलाए जाने की शुरूआत की है. इस योजना को प्रतिसाद मिल रहा है . नि:शुल्क यात्रा होने से महिला एसटी बस यात्रियों को प्रधानता देते है. यह योजना 10 साल शुरू रहने का कर्नाटक के परिवहनमंत्री ने हाल ही में घोषित किया है.
* गांव से तहसील बार-बार
75 वर्ष से अधिक ज्येष्ठ नागरिक एसटी बस में धक्के खाकर कैसे यात्रा करेंगे. ऐसी शंका उपस्थित की गई. किंतु अनेक ज्येष्ठ नागरिकों ने गांव से तहसील तक नि:शुल्क यात्रियों का पूरा- पूरा लाभ लिया.अनेक लोग तहसील में बार- बार जाने का दिखाई दिया है.