कोरोना काल में 9 लाख लोगों ने राज्य को कहा ‘जय महाराष्ट्र’
संक्रमण के भय से लगातार जारी है पलायन
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एसबीआई की रिपोर्ट से सामने आयी जानकारी
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राज्य को उठाना पड सकता है बडा नुकसान
मुंबई/दि.27 – कोरोना की संक्रामक महामारी के भय से एक बार फिर परप्रांतिय मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है और बडे पैमाने पर इन मजदूरों द्वारा महाराष्ट्र को ‘गुडबाय’ कहा जा रहा है. इस संदर्भ में भारतीय स्टेट बैंक की रिसर्च रिपोर्ट के जरिये पता चला है कि, अप्रैल माह के पहले 12 दिनों के दौरान ही करीब 9 लाख लोगों ने महाराष्ट्र छोड दिया. साथ ही इस समय हालात इतने अधिक गंभीर है कि, अब उद्योजकोें द्वारा भी इन मजदूरों को रोका नहीं जा रहा.
एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार 1 से 12 अप्रैल के दौरान वेस्टर्न रेल्वे की 196 रेलगाडियों से 4.32 लाख लोगों ने यात्रा की. इसमें से 150 रेलगाडियां उत्तर प्रदेश व बिहार के लिए रवाना हुई थी. जिनके जरिये 3.23 लाख लोग अपने राज्यों में लौट गये. इसी तरह सेंट्रल रेल्वे द्वारा चलायी गयी 336 रेलगाडियों के जरिये 4.70 लाख लोगों ने महाराष्ट्र छोडकर अपने राज्यों का रास्ता पकडा. यह रेलगाडियां उत्तर प्रदेश व बिहार सहित आसाम, पश्चिम बंगाल व उडीसा जैसे राज्यों के लिए रवाना हुई थी. इस रिपोर्ट के मुताबिक बडे पैमाने पर औद्योगिक कामकाज रहनेवाले महाराष्ट्र में इस लॉकडाउन और पलायन के गंभीर परिणाम दिखाई दे सकते है और राज्य को करीब 82 हजार करोड रूपयों का नुकसान हो सकता है. साथ ही यदि आनेवाले दिनों में प्रतिबंधों को बढाया जाता है, तौ स्वाभाविक तौर पर नुकसान का प्रमाण भी बढेगा.