महाराष्ट्र

राज्य में इस बार 10 हजार किमी दूरी के रास्ते बनेंगे

मुंबई/दि.16– राज्य के ग्रामीण रास्तों की दर्जोन्नति करने के लिए राज्य शासन की ओर से मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-2 को अमल में लाने का निर्णय मंत्रिमंडल बैठक में लिया गया. इसके अंतर्गत राज्य में इस वर्ष 10 हजार कि.मी. लंबाई के रास्तों का निर्माणकार्य करने की जानकारी ग्रामविकास व कामगार मंत्री हसन मुश्रीफ ने दी.
राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सन 2021-22 के अर्थसंकल्पीय भाषण में ग्रामीण सड़क विकास योजना अंतर्गत ग्रामीण भाग के रास्ते विकास हेतु 40 हजार कि.मी. दूरी के रास्ते के काम का निर्णय कर वह योजना सन 2020 से 2024 इस कालावधि में करने की बात अर्थसंकल्प में घोषित की थी. इनमें से 10 हजार कि.मी.लंबाई के काम इस वर्ष सन 2021-22 में करे का निर्णय लिये जाने की जानकारी मुश्रीफ ने दी. रास्ते विकास लेखाजोखा इस योजनानुसार राज्य के ग्रामीण रास्तों की कुल लंबाई 2,36,890 कि.मी. होकर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-1 अंतर्गत ग्रामीण मार्ग की कुल लंबाई देखने पर नगण्य होे के कारण निर्णय लिये जाने की बात मुश्रीफ ने कही. राज्य की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में अंतर्भूत न हुए अस्तित्व की दुरावस्था हुए रास्तों की दर्जोन्नति के उद्देश्य हेतु मुख्यमंत्री ग्रामसड़क योजना चरण-1 की तर्ज पर, मुख्यमंत्री ग्रामसड़क योजना चरण-2 यह नई योजना चरण-चरण में चलाई जाएगी. रास्ता दर्जोन्नति करते समय कोअर नेटवर्क में समाविष्ट किए गए अन्य जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग की दूरी का दर्जोन्नति के लिए विचार किया जाएगा. यह योजना महाराष्ट्र ग्रामीण रास्ते विकास संस्था मार्फत चलाई जाएगी.
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण-2 अंतर्गत दर्जोन्नति के लिए 10,000 कि.मी. लंबाई का उद्दिष्ट आगामी 2 वर्ष की कालावधि के लिए ठहराया गया है. दर्जोन्नति के लिए रास्ते वकास लेखाजोखा अनुसार राज्य के अस्तित्व वाले अन्य जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग रास्तों की कुल लंबाई व उन जिलों के तहसील के अन्य जिला मार्ग व ग्रामीण मार्ग की लंबाई के प्रमाण में उस जिले को/तहसील को अनुज्ञेय होने वाली लंबाई का विचार किया जाएगा. वहीं जिन ग्रामीण रास्तों पर अधिक भीड़ है, ऐसे रास्तों का प्रधानता से विचार किए जाने के बारे में भी उन्होंने कहा.

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