महाराष्ट्र

राज्य में आसमानी संकट, कोंकण व कोल्हापुर में बाढ की स्थिति, अनेकों गांवों का संपर्क टूटा

मुंबई/दि.22 – पिछले सप्ताहभर से शुरू रहनेवाली बारिश ने बुधवार की रात राज्य के कुछ जिले में फिर एक बार जोर पकड लिया है. मुंबई समेत उपनगर में बारिश ने जबर्दस्त हाजरी लगायी तथा कोंकण समेत घाटमाथे पर भी रातभर से लगातार बारिश शुरू है. नासिक, चिपलूण, अकोला, अमरावती और पुणे इन शहरों में मूसलाधार बारिश हुई है. कोंकण में जगबुडी नदी ने रौंद्ररूप धारण करने से इस बार खेड शहर बाजारपेठ में बाढ का पानी घुसा है. नदी किनारे रहनेवाले लोगों को स्कूल में व आंगणवाडी में सुरक्षित स्थल पर स्थानांतरित किया गया है तथा सरकार की आपातकालीन यंत्रणा की ओर से मदद कार्य करने के लिए शहर में दल कार्यरत है. चिपलूण शहर में अनेक जगह बाढ का पानी भरने से 2005 की पुनरावृत्ति होने की स्थिति है. सबसे महत्वपूर्ण यह कि, चिपलूण-कराड मार्ग से

चिपलूण – मुंबई मार्ग यातायात के लिए बंद किया गया है.

कोल्हापुर – कोल्हापुर जिले में मध्यरात्री से ही धुआंधार बारिश बरस रही है. पंचगंगा नदी का पानी 34 फुट पर आया है. आज शाम तक धोके के स्तर पर पहुंचने की संभावना जतायी जा रही थी. खबरदारी के उपाय के तौर पर मलकापुर-रत्नागिरी मार्ग बंद किया गया है तथा बरकी गांव का संपर्क टूट गया है. एनडीआरएफ के दो दल कोल्हापुर में दाखिल हुए है.

भिवंडी – रातभर हुई बारिश के कारण भिवंडी में भी बडी मात्रा में पानी जमा हुआ है. अनेक रास्तों पर कमर तक पानी घुसने का चित्र है. अनेक घर में और दुकानों में पानी घुसा है. जिससे भिवंडी शहर समेत अनेक गांवों में बाढ की स्थिति निर्माण हुई है. इस बीच जव्हार-मोखाडा तहसील के वॉल ब्रिज के पास चट्टान खिंसकने से महामार्ग बंद हुआ है. तथा मोखाडा, खोडाला मार्ग से देवगांव-त्र्यंबकेश्वर रास्ते पर चट्टान खिंसकने से जव्हार से नासिक की ओर जानेवाले दोनों मार्ग बंद पडे है.

बदलापुर – मूसलाधार बारिश से बदलापुर में रात 1 बजे उल्हान नदी ने खतरे का स्तर पार किया. पश्चिम का नदी पात्र के पास के अनेक गांव पानी के नीचे आ गये. अंबरनाथ, बदलापुर के बीच अनेक जगह पटरी पर की गिट्टी बह जाने से कर्जत से अंबरनाथ तक रेल्वे यातायात ठप्प हुई है तथा सिध्देश्वर एक्सप्रेस भी सुबह से बदलापुर रेल्वे स्टेशन पर खडी है. फिर बाढ के धोके से लोग भयभीत हुए है.

नासिक – नासिक में मुसलाधार बारिश के कारण गोदावरी नदी को बाढ आ चुकी है. नासिक जिले में बारिश ने कहर बरपा. दारणा जलाशय के पाणलोट क्षेत्र में बारिश शुरू है. जलाशय का जलस्तर आज सुबह 75 प्रतिशत तक पहुंचा. जिससे जलाशय से 550 क्युसेक से पानी छोडने का निर्णय प्रशासन ने लिया है. बारिश शुरू ही रही तो और जलसाठे में और वृध्दि हुई तो दारणा जलाशय से और पानी छोडा जायेगा. नासिक जिले में बुधवार को दिनभर में रिकॉर्डतोड 935 मिमी बारिश हुई. पेठ में अतिवृष्टि हुई. यहां 315 मिमी बारिश की नोंद की गई है. ईगतपुरी में 240, त्र्यंबकेश्वर में 216 मिमी बारिश हुई है. सुरगाण्या में भी 45 मिमी बारिश की नोंद की गई है. जुलाई महिने के औसत के 65 प्रतिशत बारिश रात में यहां हुई है.

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