* उत्पादक, विके्रता और ग्राहकों हेतु सॉफ्टवेयर
मुंबई/दि.21- फुड व ड्रग मंत्री संजय राठोड ने उच्च सदन में घोषणा की कि नकली दवाईयों का कारोबार रोकने के लिए सरकार कडे कदम उठाने जा रही है. प्रत्येक दवा की जानकारी रखने शीघ्र ही उत्पादक-विक्रेता-ग्राहक हेतु एक संगणक प्रणाली (सॉफ्टवेयर) विकसित किया जा रहा है. इस बारे में मंत्री महोदय विपक्ष के नेता अंबादास दानवे के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का उत्तर दे रहे थे.
मुंबई के प्रसिद्ध सैफी अस्पताल में मेडिकल से खरीदे गए सदोष इंजेक्शन के कारण मंत्रालय के कक्ष अधिकारी विवेक काबंले की मृत्यु हो गई. संबंधित मेडिकल में संबंधित कंपनी व्दारा यह इंजेक्शन नहीं बेचे जाने की जानकारी सामने आई. इस बारे में दानवे ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि, ऐसे ही अवैध रिति से इन दिनों सर्वत्र ऑनलाइन दवा विक्री हो रही है. इस विषय पर सदन में चर्चा हुई. जिसमें अनिल परब, भाई जगपता, अभिजीत वंजारी, मनीषा कायंदे ने उपप्रश्न पूछे.
चर्चा का जवाब देते हुए संजय राठोड ने कहा कि, पेशी बढाने का इंजेक्शन नकली होने की बात जांच में उजागर हुई है. वहां से 7 नकली इंजेक्शन भी जब्त किए गए. 12 विक्रेताओं पर अपराध दर्ज किया गया है. पुलिस पूरे गिरोह का पता लगा रही है. 5 लाइसेंस रद्द किए गए है. यह मामला दिल्ली तक पहुंचा है.
* 2450 लाइसेंस रद्द
सदन को बताया गया कि, नकली दवाईयां और गोलियां विक्री की घटना सामने आने के बाद प्रदेश में कई जगहों पर विक्रेता और उत्पादकों की जांच की गई. फुड व ड्रग विभाग ने 1 लाख 18 हजार लाइसेंस जारी किए है. अभियान दौरान 89 हजार फुटकर विक्रेता, 28 हजार थोक विके्रता और 996 उत्पादकों की जांच की गई. 2450 लाइसेंस निलंबित किए गए. 552 लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द कर दिए गए. मंत्री राठोड ने यह भी बताया कि, दूसरे राज्यों से हो रही जाली दवाई विक्री पर कडी कार्रवाई की जा रही है.