इंजीनिअरींग में प्रवेश का प्रमाण बढा
इस बार 12 हजार अधिक विद्यार्थियों ने लिया अभियांत्रिकी में प्रवेश
मुंबई/दि.3– सबसे अधिक रिक्त सीटेें रहनेवाले पाठ्यक्रम के तौर पर इंजीनिअरींग पाठ्यक्रम की पहचान हो गई है. किंतु इस बार इंजीनिअरींग पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों का प्रमाण काफी घट गया है. ऐसा सामने आये आंकडों के मद्देनजर कहा जा सकता है, क्योेंकि इस बार इंजीनिअरींग में प्रवेश लेनेवाले विद्यार्थियों की संख्या में 12 हजार की वृध्दि हुई है और 1 लाख 41 हजार 233 सीटों में से 89 हजार 24 सीटों पर प्रवेश हुए है. वहीं 52 हजार 209 सीटें रिक्त पडी है. जबकि विगत वर्ष 76 हजार 957 सीटोें पर प्रवेश हुआ था. तथा 64 हजार 883 सीटें रिक्त पडी रह गई थी. इस बारे में जानकारी देते हुए राज्य सीईटी सेल द्वारा बताया गया कि, इस बार प्रवेश प्रक्रिया के टाईम टेबल में सुसुत्रता रखे जाने के चलते प्रवेश संख्या में वृध्दि हुई है.
बता दें कि, राज्य में इंजीनिअरींग व तंत्रज्ञान यानी बीई व बीटेक पाठ्यक्रम पढानेवाली 329 शिक्षा संस्थाओं में केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया (कैप) अंतर्गत इस बार 1 लाख 30 हजार 543 सीटें उपलब्ध थी. इस प्रवेश प्रक्रिया में नियमित दूसरी फेरी तथा इसके बाद संस्था स्तर पर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद सीईटी सेल ने अंतिम आंकडेवारी घोषित की.
विगत कुछ वर्षों का विचार किया जाये, तो इंजीनिअरींग शाखा में प्रवेश लेनेवाले विद्यार्थियों की संख्या लगातार घट रही थी. किंतु विगत दो वर्षों से अभियांत्रिकी शाखा में प्रवेश लेनेवालों की संख्या एक बार फिर बढ रही है और वर्ष 2021-22 के शैक्षणिक सत्र में रिकॉर्ड एडमिशन हुए है. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि, विगत कुछ वर्षों के दौरान अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमोें में प्रवेश हेतु बडे पैमाने पर सीटें बढी. क्योंकि नये-नये इंजिनिअरींग कॉलेज खुल रहे थे. किंतु विद्यार्थियों की संख्या घटने की वजह से कई कॉलेज बंद पडने की कगार पर थे. लेकिन अब धीरे-धीरे यह दृष्य बदल रहा है. पहले दो कैप राउंड में अपनी पसंद के कॉलेज व विद्या शाखा नहीं मिलने पर विद्यार्थियों ने प्रवेश के अंतिम राउंड तक प्रवेश प्रक्रिया में रहना पसंद किया. जिससे अब तक 89 हजार 24 विद्यार्थियों ने इंजीनिअरींग पाठ्यक्रमोें में प्रवेश लिया है.
प्रवेश प्रक्रिया को सहज व सरल रखने के साथ ही विद्यार्थियों की समस्याओं व दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए समयावृध्दि दिये जाने के चलते इस बार अभियांत्रिकी पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेनेवाले विद्यार्थियों की संख्या बढी है
– रविंद्र जगताप
आयुक्त, राज्य प्रवेश परीक्षा कक्ष