11 वीं में प्रवेश हेतु स्वतंत्र व ऐच्छिक सीईटी
सीईटी देनेवालों को प्रवेश में मिलेगी पहली प्राथमिकता
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रिक्त रहनेवाली सीटों पर अन्यों को मिलेगा प्रवेश
मुंबई/दि.२९ – कक्षा 10 वीं के परीक्षा परिणामों का मसला हल करने के साथ ही राज्य शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 11 वीं के प्रवेश हेतु समूचे राज्य में एक ही सीईटी लेने का निर्णय लिया गया है. हालांकि कक्षा 10 वीं के पाठ्यक्रम पर आधारित यह सीईटी पूरी तरह से ऐच्छिक होगी. जिसका स्वरूप वस्तुनिष्ठ व बहुपर्यायी परीक्षा का होगा. 100 अंकों की इस परीक्षा हेतु दो घंटे की कालावधि दी जायेगी. साथ ही यह परीक्षा देनेवाले विद्यार्थियों को कक्षा 11 वीं की विभिन्न शाखाओं में प्रवेश हेतु पहली प्राथमिकता दी जायेगी और इन विद्यार्थियों का प्रवेश निश्चित हो जाने के बाद रिक्त रहनेवाली सीटों पर परीक्षा नहीं देनेवाले विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जायेगा. उक्ताशय की जानकारी देते हुए राज्य की शालेय शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड ने बताया कि, कक्षा 11 वीं में प्रवेश हेतु एकसूत्रता रहें और सभी विद्यार्थियों को एकसमान अवसर मिले, इस हेतु यह निर्णय लिया गया है.
इस फैसले के संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया गया कि, कक्षा 11 वीं की प्रवेश प्रक्रिया हेतु ली जानेवाली सीईटी में प्राप्त अंकों के आधार पर गुणवत्ता नुसार सभी कनिष्ठ महाविद्यालयों में विद्यार्थियों को प्रवेश हेतु प्राथमिकता दी जायेगी. पश्चात रिक्त रहनेवाली सीटों पर सीईटी नहीं देनेवाले विद्यार्थियों को कक्षा 10 वीं के मूल्यमापन पध्दति अनुसार उन्हें प्राप्त अंकों के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा. इस बीच कई शिक्षा विशेषज्ञों ने सवाल उठाया है कि, सीईटी की परीक्षा कक्षा 10 वीं के पाठ्यक्रम पर आधारित रहेगी. जिसे सभी शिक्षा मंडलों के लिए लागू किया जायेगा, ऐसा कहा गया है. किंतु सीबीएसई, आयसीएसई व राज्य शिक्षा मंडल का पाठ्यक्रम पूरी तरह से अलग है. ऐसे में सीईटी परीक्षा के प्रश्नपत्र में संतुलन कैसे साधा जायेगा.
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सहज प्रवेश भी मिलेगा
अमरावती, नागपुर, पुणे व लातूर आदि जिलों के नामांकित महाविद्यालयों में प्रवेश लेने हेतु विद्यार्थियों की अच्छीखासी भीडभाड उमडती है. ऐसे महाविद्यालयों में प्रवेश हेतु सीईटी अनिवार्य रहेगी. वहीं अन्य स्थानों पर कक्षा 10 वीं के मूल्यांकन आधार पर सहज प्रवेश दिया जायेगा.
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10 वीं व 12 वीं के विद्यार्थियों को मिलेंगे क्रीडा गुण
राज्य सरकार द्वारा कोविड संक्रमण की वजह से उत्पन्न हुई असामान्य स्थिति के चलते वर्ष 2020-21 के शैक्षणिक सत्र में कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा देनेवाले खिलाडी विद्यार्थियों को क्रीडा सहूलियत अंक देने का निर्णय लिया गया है. इस हेतु कक्षा 10 वीं के विद्यार्थियों के कक्षा 8 वीं व 9 वीं तथा कक्षा 12 वीं के विद्यार्थियों के कक्षा 11 वीं में रहते समय क्रीडा स्पर्धा में लिये गये सहभाग और किये गये प्रदर्शन को मानक बनाया जायेगा. राज्य के शालेय शिक्षा व क्रीडा मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को राज्य शिक्षा मंडल को इस संदर्भ में आदेश जारी किये गये है.
ज्ञात रहें कि, विगत दो वर्षों से कोविड संक्रमण के चलते किसी भी तरह की क्रीडा स्पर्धाएं आयोजीत नहीं हो सकी है. ऐसे में क्रीडा क्षेत्र में सक्रिय रहनेवाले विद्यार्थियोें को क्रीडा अंक मिलने को लेकर संभ्रण देखा जा रहा था. किंतु अब यह स्पष्ट कर दिया गया है कि, यदि कक्षा 10 वीं व 12 वीं की परीक्षा में शामिल होनेवाले विद्यार्थी इससे पहले के शैक्षणिक सत्र के दौरान क्रीडा स्पर्धाओं में शामिल हुए है, तो वे क्रीडा संबंधी अंकों के लिए पात्र माने जायेंगे.