हिं.स./दि.२१
रत्नागिरी-लॉकडाउन के दौर में घरेलू बिजली ग्राहकों को बकाया बिजली बिल पर लगने वाला महावितरण ने माफ कर दिया है. कोरोना महामारी के दौर में ब्याज माफ कर दिए जाने से ग्राहकों को राहत मिली है. बावजूद इसके महावितरण को १२५ करोड रुपयों का झटका लगा है. ब्याज की रकम वसूल नहीं किए जाने से इसका बोझ महावितरण पर बढ गया है. बता दे कि, महावितरण के राज्य में अढाई करोड बिजली ग्राहक है. इनमें से घरेलू ग्राहकों की संख्या १ करोड ८० लाख है. लॉकडाउन के दौर मे सभी लोग घर में ही बैठे होने से ग्राहकों द्वारा बिजली का उपयोग बडे पैमाने पर किया गया है. बीते मार्च से ग्राहकों के बिजली बिल का उपयोग का रिडिंग नहीं लिया गया था. लेकिन जून माह में रिडिंग लेकर तीन माह का एकसाथ बिल भेज दिया गया. जिससे अनाप शनाप बिल भेजने का आरोप ग्राहकों ने लगाया. इसलिए उक्त बिल समान तीन हप्तों में भरने की अनुमति दी गई. इसके अलावा बकाया बिल पर वसूला जाने वाला ९ से १० फीसदी ब्याज माफ किया गया है. महावितरण का महिने का बिलिंग लगभग ५६०० करोड रुपए था. इनमें से घरेलू ग्राहकों का १८०० करोड रुपयों का बिलिंग रहता है. लॉकडाउन के दौर में तीन माह का बकाया बिल का आंकडा साढे पांच करोड तक पहुंच गया है. जिस पर दो माह का लगभग १२५ करोड रुपयों का ब्याज हो रहा है. इस ब्याज से महावितरण को हाथ धोना पडेगा.