कॉसमॉस बैंक सायबर हमला मामले में इंटरपोल की रेड कॉर्नर नोटीस
मुख्य मास्टर माइंड है दुबई में
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९४ करोड रूपयों की हुई थी लूट
पुणे – कॉसमॉस बैंक के एटीएम स्वीच (सर्वर) का प्रॉ्नसी स्वीच बनाने के बाद सायबर हमला करते हुए अज्ञात हैकर ने २८ देशों से एक ही समय विभिन्न बैंकों के एटीएम से ९४ करोड ४२ लाख रूपये लूट लिये थे. भारत में रूपे डेबीट कार्ड धारकों का डेटा चुराकर और क्लोन बनाकर पैसे निकालनेवाली इस टोली के मुख्य सूत्रधार के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटीस जारी की है. जानकारी के मुताबिक यह मुख्य सूत्रधार फिलहाल दुबई में है.
इस संदर्भ में आर्थिक व साईबर क्राईम के पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम ने बताया कि, हम इंटरपोल के साथ संपर्क में है और उन्होंने भारत में सभी व्यवहारों के पीछे रहनेवाले मुख्य सूत्रधार के नाम पर रेड कॉर्नर नोटीस जारी की है. कॉसमॉस बैंक पर हुए सायबर हमला मामले में अब तक प्रत्यक्ष पैसे निकालनेवाले और उनसे संबंधित रहनेवाले १८ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही हाँगकाँग स्थित बैंक में सीझ किये गये ११ करोड रूपयों में से ५ करोड रूपये वापिस प्राप्त करने में सफलता मिली है. भारत के ४१ शहरों में स्थित ७१ बैेंकों के एटीएम से ढाई करोड रूपयों की रकम निकाली गयी थी. जिसमें से सर्वाधिक ८९ लाख रूपये कोल्हापुर के एटीएम से निकाले गये थे. जिसकी पूरी तकनीकी जानकारी इकठ्ठा करते हुए पुणे की सायबर पुलिस ने सबसे पहले कोल्हापुर से प्रत्यक्ष रकम निकालनेवाले लोगोें को गिरफ्तार किया था.
उत्तर कोरिया के हैकर का हाथ नहीं
कॉसमॉस बैंक पर हुए सायबर हमले के पीछे उत्तर कोरिया के हैकर का हाथ रहने का दावा अमरिका की एजेन्सी ने किया था, लेकिन अब तक की गई जांच में पता चला है कि, उत्तर कोरिया के हैकर का इस हमले में सहभाग नहीं था. ऐसी जानकारी भी पुलिस उपायुक्त संभाजी कदम द्वारा दी गई है.