‘ओटी’ पर 72 करोड रुपए अवैध खर्च की जांच
5 दिसंबर की समीक्षा बैठक में गूंजेगा मुद्दा
* कार्रवाई होने के संकेत
यवतमाल /दि.28– महाराष्ट्र मार्ग परिवहन महामंडल की आर्थिक परिस्थिति ठीक न रहते हुए भी ‘ओटी’ (अधिक समय का भत्ता) के रुप में करोडों रुपए बर्बाद किए गए है. इस संदर्भ में विभागीय यातायात अधिकारी के माध्यम से जांच शुरु की गई है. इसमें दोषी पाए जानेवाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की जानेवाली है. डबल ड्यूटी का काम कम वेतनश्रेणी के कर्मचारियों को देने का महामंडल का नियम है. ऐसा रहते हुए भी राज्य के अधिकांश विभाग में अधिक वेतनश्रेणी वाले कामगारों को ड्यूटी दी गई. इस कारण ओवर टाईम भत्ते की रकम बढ गई. विशेष यानी कुछ विभाग में चालक-वाहक की संख्या अधिक रहने के बावजूद अपने पसंदीदा लोगों को डबल ड्यूटी देने का मामला प्रकाश में आया है. इसी कारण ओवर टाईम भत्ते की रकम बढती गई.
महामंडल द्वारा जुलाई 2024 में 24 करोड 64 लाख, अगस्त में 24 करोड 7 लाख, सितंबर में 23 करोड 20 लाख रुपए ओवर टाईम भत्ता वितरित किया गया. यह रकम काफी रहने की बात महामंडल के प्रकाश में आई है. इसे तत्काल गंभीरता से लिया गया है. विभागीय यातायात अधिकारी के माध्यम से जांच शुरु की गई है. कितने कर्मचारियों को डबल ड्यूटी दी गई, तीन माह की कालावधि में कितना ओवर टाईम भत्ता दिया गया आदि बातों की जांच की जा रही है. मामला गंभीर रहने से ड्यूटी लगानेवाले पर्यवेक्षकीय कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की जानेवाली है. जांच रिपोर्ट प्रस्तुत होने के बाद यह कार्रवाई की जाएगी, ऐसा सूत्रों ने कहा. 5 दिसंबर को महामंडल के उपाध्यक्ष व व्यवस्थापकीय संचालक ने समीक्षा बैठक बुलाई है.
* घाटे का कारण देखेगे
महामंडल के विविध डिपो घाटे में है. इसके कारण भी इस समीक्षा बैठक में देखे जानेवाले है. इसके अलावा गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष की दिवाली में हुई आय की समीक्षा की जानेवाली है.