मुंबई/दि.24– आयकर विभाग के पूर्व निरीक्षक द्वारा किये गये करीब 263 करोड रुपए के आयकर रिफंड घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानि ईडी ने एक आईपीएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार किया है. पकडे गये व्यक्ति का नाम पुरुषोत्तम चव्हाण बताया गया कि, जिस पर घोटाले की रकम को हवाला के जरिए विदेश भेजने तथा आर्थिक लेन-देन के व्यवहार से जुडे सबूतों को नष्ट करने का आरोप है. अदालत ने पुरुषोत्तम चव्हाण को 27 मई तक ईडी की कस्टडी में रखने का आदेश दिया है.
पुरुषोत्तम चव्हाण को गिरफ्तार करने से पहले ईडी के अधिकारियों ने चव्हाण के घर पर छापेमारी की. जिसमें कुछ संपत्तियों के दस्तावेज, विदेशी करंसी व मोबाइल फोन को जब्त किया गया. इस मामले में यह पांचवी गिरफ्तारी है. 4 दिन पहले ईडी के अधिकारियों ने मुंबई में रहने वाले राजेश बतरेजा नामक व्यवसायी को हिरासत में लिया था.
* क्या है घोटाला?
तानाजी अधिकारी नामक व्यक्ति आयकर विभाग के मुंबई स्थित कार्यालय में निरीक्षक पद पर कार्यरत था और उसकी ओर रिफंड क्लेम जारी करने का काम था.
– तानाजी अधिकारी के पास अपने वरिष्ठ अधिकारियों के कम्प्यूटर का लॉग इन आईडी व पासवर्ड था. जिसके जरिए वह रिफंड जारी किया करता था.
– इस जरिए तानाजी अधिकारी ने अपने दोस्त भूषण पाटिल व राजेश शेट्टी की कंपनी में पैसे जमा करने शुरु किये.
– नवंबर 2019 से नवंबर 2020 के दौरान रिफंड के कुल 12 मामलों के जरिए तानाजी अधिकारियों ने लगभग 264 करोड रुपए इन कंपनियों में डलवाये.
– इन 264 करोड रुपयों में से 55 करोड 50 लाख रुपए राजेश बतरेजा नामक व्यक्ति ने दुबई भिजवाये और फिर भारत में दो कंपनियां स्थापित करते हुए इस रकम को इन्हीं दो कंपनियों में निवेश किया गया.