राज्य में 100 दिन दौरान 45 हजार हेक्टेअर पर सिंचन निर्मिती
जलसंपदा विभाग ने ‘विथ डिस्टिंक्शन’ हासिल की सफलता

अमरावती /दि.3– राज्य के जलसंपदा विभाग ने विगत 100 दिनों के दौरान 45 हजार 243 हेक्टेअर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता का निर्माण करते हुए उम्मीद से अधिक कार्य किया. मार्च 2025 के अंत तक 35 हजार 52 हेक्टेअर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता निर्माण करने का लक्ष्य तय किया गया था. जबकि हकिकत में इससे 10 हजार हेक्टेअर अधिक क्षेत्र को सिंचाई के तले लाने में सफलता प्राप्त हुई है. साथ ही साथ मार्च 2025 तक 40.727 दलघमी जलसंग्रह निर्माण करने का उद्देश भी जलसंपदा विभाग द्वारा पूरा किया गया है और इन 100 दिनों के दौरान किए जानेवाले सभी 37 कामों को भी जलसंपदा विभाग द्वारा पूरा कर लिया गया है. जिसके चलते सरकार के 100 दिवसीय कृति प्रारुप अभियान के तहत जलसंपदा विभाग को ‘विथ डिस्टिंक्शन’ सफलता प्राप्त माना जा रहा है.
राज्य के सभी सरकारी विभागों को राज्य सरकार द्वारा 7 जनवरी 2025 से अगले 100 दिनों हेतु 7 सूत्रीय कृति कार्य प्रारुप दिया गया था. प्रशासन में अनुशासन रहे तथा कामकाज की गति बढे इसके पिछे मुख्य उद्देश्य था. जिसके तहत राज्य की 48 विभागों एवं क्षेत्रीय कार्यालयों के लिए 100 दिन का उद्देश तय किया गया था. जिसमें राज्य के जलसंपदा विभाग ने ‘विथ डिस्टिंक्शन’ सफलता हासिल की है. इस 100 दिवसीय अभियान के अंतर्गत जलसंपदा विभाग ने मार्च 2025 के अंत तक सिंचाई क्षमता निर्माण करने, जलसंग्रहण बढाने एवं सिंचाई प्रकल्प को पूरा करने के लिहाज से उद्देश्य तय किए थे. जिनमें समूचे राज्यभर के 37 कामों का समावेश किया गया था और इन 100 दिनों के दौरान सभी 37 कामों को पूरा कर लिया गया.
राज्य सरकार के 100 दिवसीय कृति प्रारुप कार्यक्रम को ध्यान में रखते हुए अमरावती जलसंपदा विभाग के मुख्य सचिव जगत टाले ने इस अभियान के तहत तय किए गए कामों की सफलता हेतु बैठकों का सिलसिला शुरु किया था. जिसके परिणामस्वरुप अमरावती संभाग के 6 सिंचाई प्रकल्पों में नए सिरे से व तेज रफ्तार के साथ सिंचाई क्षमता का निर्माण हुआ है.
* इन दो प्रकल्पों में हुआ जलसंग्रहण
वरुड तहसील के पंढरी मध्यम प्रकल्प में मार्च 2025 के अंत तक 38.38 दलघमी जलसंग्रहण उपलब्ध कराने का लक्ष्य था और इस समय इस प्रकल्प में 38.38 दलघमी जलसंग्रहण उपलब्ध है. इस 100 फीसद लक्ष्यपूर्ति के साथ ही लातूर जिले के बोरसूरी प्रकल्प में भी 2.347 दलघमी जलसंग्रहण उपलब्ध हो चुका है.
* मार्च 2025 के अंत तक कुल 45,243 हेक्टेअर की सिंचाई क्षमता एवं 40.727 दलघमी जलसंग्रहण की सुविधा उपलब्ध हुई है. तय किए गए कुल 37 कामों को पूरा करने के साथ ही 5 प्रकल्पों का काम भी पूर्ण कर लिया गया है.
– अलका अहिरराव
उपसचिव, जलसंपदा विभाग