महाराष्ट्र

क्या 45 साल से अधिक उम्रवाले को कोरोना का टीका लगाना संभव है

हाईकोर्ट का राज्य सरकार से सवाल

  • जेल में बंद कैदियों की सुरक्षा के लिए कोर्ट ने लिया संज्ञान

मुंबई/दि.22 – बॉम्बे हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि क्या 45 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी कैदियों को कोरोना का टीका लगाना संभव है. इसके साथ ही अदालत ने कहा कि यह आश्वस्त किया जाए कि गिरफ्तार आरोपी की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होने पर ही उसे मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाए. इससे पहले कोर्ट को बताया गया है कि राज्य की 47 जेल में 23 हजार 127 कैदियों को रखने की क्षमता है कि लेकिन जेल में 35124 कैदियों को रखा गया है. इसके बाद कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा कि वह किस प्रकार से जेल में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकेगी. हाईकोर्ट ने पिछले सप्ताह जेल ें अखबारोें में छपी खबर का खुद संज्ञान लेने हुए इस विषय को जनहित याचिका में परिवर्तित किया है. मंगलवार को यह याचिका मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता व न्यायमूर्ति गिरीष कुलकर्णी की खंडपीठ के सामने सुनवाई के लिए आई. इस दौरान राज्य के महाधिवक्ता आशुतोष कुंभकोणी ने कहा कि जेल में पात्र कैदियों के लिए कोरोना टीकाकरण का काम शुरू है. उन्होने कहा कि अब बिना कोरोना की जांच के किसी भी नये कैदी को जेल में नहीं रखा जायेगा. बढ़ते कैदियों की संख्या पर उन्होंने कहा कि 14 नई अंशकालिक जेले अधिग्रहित की गई थी जबकि 22 अंशकालिक जेलों को शुरू करने की प्रक्रिया जारी है.

कैदियों को मिलेगी आपात जमानत

इसके अलावा पिछले साल कोरोना के चलते जिन कैदियों को उच्चाधिकारी कमेटी के निर्देश के तहत आपात जमानत पर छोड़ा गया था. उन्हें अब तक नहीं बुलाया गया है. जेल में भीड़ कम करने के लिए दोबारा कैदियों को आपात जमानत पर छोड़ने की प्रकिया की शुरूआत की जायेगी.18 अप्रैल 2021 तक राज्य की जेलों में 188 कोरोना संक्रमित पाए गये है.

भीड़ कम करने पैरोल पर होंगे कैदी

इन दलीलों को सुनने के बाद खंडपीठ ने राज्य सरकार से जेल में कोरोना नियंत्रण को लेकर कई सवाल किए. इस दौरान खंडपीठ ने कहा कि सरकार जेल में भीड़ कम करने के लिए कैदियों को अंशकालिक पैरोल पर छोड़ रही है. ऐसे में हम जानना चाहते है कि 45 के ऊपर के सभी कैदियों को कोरोना का टीका दिया जा सकता है. इस बीच खंडपीठ ने सरकार से जानना चाह है कि 14 अप्रैल 2021 को जब से मुख्यमंत्री ने पाबंदिया लगाई है तब से क्या अपराध के दर में कमी आई है. खंडपीठ ने फिलहाल मामले की सुनवाई 22 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी है.

साल में 3 हजार कैदी हुए कोरोना संक्रमित

राज्य की जेलों में बंद कैदियों की कोरोना जांच में सालभर के भीतर तीन हजार कैदी कोरोना संक्रमित पाए गये है. जबकि पांच की इस महामारी के चलते मौत भी हुई है. मुंंबई में 4908 कैदियों की जांच में 261 कोरोना संक्रमित मिले थे जिसमें से 243 ठीक हो चुके है. इस तरह नागपुर में 7450 कैदियों की कोरोना जांच में 245 संक्रमित पाए गये थे. इनमें से 244 स्वस्थ हो चुके है. अमरावती जेल के 3188 कैदियों के कोरोना टेस्ट में 195 पॉजिटीव मिले थे. इसमें से 190 कैदी ठीक हो चुके है.

कल्याण जेल में संक्रमित पाए गये 30 कैदी

महानगर से सटे कल्याण शहर के आधारवाडी जेल के करीब 30 कैदियों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इस जेल में 1,800 से अधिक कैदी बंद है. उन्होंने बताया कि जेल के सभी कैदियों की हाल ही में जांच की गई थी और उनमे से 30 संक्रमित पाया गया. कोरोना पॉजिटीव कैदियों को ठाणे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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