आठ मेडिकल कॉलेज में शुरू होंगे आईवीएफ सेंटर, निविदा जारी
मशीन खरीदारी पर 64.80 करोड खर्च होने का अनुमान
* ग्रामीण और दुर्गम हिस्सों के नि:संतान दंपति पा सकेंगे संतान का सुख
मुंबई/दि.09– राज्य के आठ मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों में रहनेवाली नि:संतान दंपतियों को समुचित उपचार उपलब्ध कराने के लिए राज्य चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा आईवीएफ सेंटर शुरू किए जाएंगे. इन केंद्रो में संतान प्राप्ति में आ रही दिक्कतों की पहचान, निदान और टेस्ट ट्यूब बेबी जैसी उपचार पद्धति उपलब्ध होगी. जो जिला स्तर के अस्पतालों में उपलब्ध होने से ग्रामीण हिस्से में दंपतियों के लिए सुविधाजनक और कम खर्चीली होगी. इन सेंटरो में मशीन खरीदारी पर लगभग 64 करोड 80 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है.
मुंबई के कामा एंड अल्बेल्स अस्पताल में बुधवार को आईवीएफ सेंटर की शुरुआत की गई. इसका उद्घाटन राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रिफ के हाथों किया गया. उद्घाटन समारोह के दौरान चिकित्सा शिक्षा आयुक्त राजीव निवतकर ने राज्य के आठ मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में आईवीएफ सेंटर शुरू करने की सरकार की योजना की जानकारी दी. इन 8 मेडिकल कॉलेज में आईवीएफ सेंटर शुरू करने के लिए निविदा भी जारी की गई है. इस सेंटर को लेकर फरवरी में निविदा पूर्व बैठक भी की गई थी.
* प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी कंपनी को
आईवीएफ सेंटर के निर्माण के लिए पात्र कंपनी को स्वखर्च पर अस्पताल के स्टाफ और अभियंताओं को ट्रेनिंग देनी होगी. निविदा शर्तो के अनुसार आईवीएफ सेंटर के निर्माण के लिए उसी कंपनी को पात्र माना जाएगा. जिसने महाराष्ट्र या भारत में एक आईवीएफ प्रयोगशाला स्थापित की होगी. अगर कोई विदेशी कंपनी इस निविदा में हिस्सा लेना चाहती है तो शर्तो के अनुसार उनका एक कार्यालय भारत में होना अनिवार्य है.
इन अस्पतालों में सेवा
शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, नागपुर.
डॉ. वसंतराव नाईक मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, यवतमाल.
डॉ. शंकरराव चव्हाण गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, नांदेड.
डॉ. वी. एम. मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, सोलापुर.
शासकीय मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, छत्रपति संभाजीनगर.
स्वामी रामानंद तीर्थ ग्रामीण गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, अंबाजोगाई.
पुण्यश्लोक अहिल्यादेवी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, बारामती.
छत्रपति प्रमिला राजे जनरल अस्पताल, कोल्हापुर.