महाराष्ट्रयवतमाल

मंत्री के नाम पर नौकरी का झांसा, 28 लाख की जालसाजी

महिला सहित 5 के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज

* रेलवे में नौकरी दिलाने का दिया था प्रलोभन
यवतमाल/दि.15– खुद को मंत्री गिरीश महाजन का वाहन चालक बताते हुए मंत्री के मार्फत रेलवे में नौकरी लगाकर देने का झांसा देते हुए 5 लोगों की टोली ने दो भाईयों के साथ 28 लाख 50 हजार रुपए की जालसाजी की. जिसे लेकर मिली शिकायत के आधार पर खंडाला पुलिस थाने में एक महिला सहित 5 लोगों के खिलाफ धोखाधडी व जालसाजी का मामला दर्ज किया गया.
जानकारी के मुताबिक पुसद तहसील में मालपठार परिसर के हनवतखेडा में रहनेवाले अंकुश प्रेमदास चव्हाण व सुमीत परशराम चव्हाण नामक दो चचेरे भाई नौकरी की तलाश में थे. तभी उनकी मुलाकात संदीप तुलसीराम आडे (32) व नीलेश साहेबराव राठोड (35, दोनो बोरनगर, तह. पुसद निवासी) के साथ हुई. जिन्होंने दोनों भाईयों की फोन के जरिए रिधीर भीका जाधव (38) व उसकी पत्नी लता जाधव (35, दोनो एनए सावंत मार्ग, फायर स्टेशन विटीसी, कुलाबा, मुंबई) के साथ बात कराई. इस समय रिधीर जाधव ने बताया कि, वह मंत्री गिरीश महाजन की कार का चालक है और मंत्रीजी से दोनों भाईयों की नौकरी के लिए बात करेगा. साथ ही उसने अंकुश से साढे 13 लाख रुपए व सुमीत से 15 लाख रुपए की मांग की. इस समय आधे पैसे पहले व शेष पैसे नियुक्ति पत्र मिलने के बाद देने की बात तय हुई. जिसके चलते अंकुश और सुमीत ने संबंधितों के बैंक खाते में साढे 28 लाख रुपए भेज दिए. पश्चात दोनों को 15 फरवरी को पोस्ट के जरिए रेलवे का नियुक्ति पत्र भी प्राप्त हुआ. ऐसे में वे दोनों नौकरी पर नियुक्त होने के लिए मुंबई पहुंचे तो वहां पर उनकी ही तरह नियुक्ति पत्र लेकर कुछ और युवक भी पहुंचे थे. जिन्हें उपरोक्त चारों लोगों सहित रितेश उत्तम पवार (32, मुंबई) ने किराए का कमरा लेकर रहने हेतु कहा था. परंतु तीन माह बीत जाने के बावजूद इन युवकों को कोई नौकरी या नियुक्ति नहीं मिली. ऐसे में पास का पैसा खर्च हो जाने की वजह से अंकुश और सुमीत जैसे-तैसे अपने गांव वापिस लौट आए और उन्होंने अपने साथ जालसाजी करनेवाले पांचों लोगों के खिलाफ खंडाला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई. जिसके आधार पर अपराध दर्ज करते हुए खंडाला पुलिस ने जांच करनी शुरु की है.

Back to top button