न्यायाधीशों, वकीलों की कोरोना टीका लगाने अदालत में याचिका
मुंबई /दि.८ – न्यायाधीशों, वकीलों व उनके स्टाफ को कोरोना टीका लगाने में प्राथमिकता दी जाए. इन्हें फ्रंट लाइन वर्कर माना जाए. इस तरह की मांग को लेकर दो वकीलों ने बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. अधिवक्ता वैष्णवी घोलवे व योगेश मोरबाले की ओर से दायर याचिका में दावा किया गया है कि, सब लोगों तक न्याय की पहुंच, मौलिक अधिकार है. न्यायपालिका, वकील इस अधिकार को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. ऐसे में कोरोना के टीके में इन्हें प्राथमिकता मिलना जरुरी है.
याचिका में कहा गया है कि, कोरोना काल में न्यायपालिका के सदस्यों ने एक तरह से फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका निभाई है. इस स्थिति में उन्हें प्राथमिकता न मिलना भेदभावपूर्ण है. यह संविधान के अनुच्छेद 14 के खिलाफ है. याचिका के मुताबिक अभी मेडिकल स्टाफ, 60 साल से ज्यादा उम्र वालों तथा कई बीमारियों से पीडित 45 साल से अधिक उम्र वालों को टीका लगाया जा रहा है. हाईकोर्ट के सभी न्यायमूर्तियों की उम्र 45 के उपर है. इसलिए उन्हें भी टीके को लेकर प्राथमिकता की सूची में रखा जाए.