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खामगांव का जुनैद पुणे में धरा गया

लश्कर-ए-तोयबा के लिए कर रहा था काम

* गजवात-ए-अलहिंद संगठन से मिल रहे थे पैसे
* एटीएस ने संदेह के आधार पर किया गिरफ्तार
* कई दिनों से जुनैद पर रखी जा रही थी नजर
पुणे/दि.24– मूलत: महाराष्ट्र के बुलडाणा जिलांतर्गत खामगांव में रहनेवाले मोहम्मद जुनैद खान नामक 28 वर्षीय युवक को आतंक विरोधी दल यानी एंटीरेरिस्ट स्कॉड (एटीएस) ने पुणे के पास स्थित दापोली परिसर से गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक जुनैद खान विगत कुछ माह से सोशल मीडिया के जरिये जम्मु कश्मीर के आतंकी संगठनों के संपर्क में आया था और लश्कर-ए-तोयबा व गजवाते अल हिंद नामक संगठनों के लिए काम कर रहा था. जिसके लिए उसे आतंकी संगठनों से फंडींग भी हुई थी और वह विगत डेढ वर्ष से पुणे में रह रहा था.
जुनैद के संदर्भ में दिल्ली की स्पेशल सेल ने महाराष्ट्र एटीएस को जानकारी दी थी. जिसके बाद महाराष्ट्र एटीएस ने जुनैद पर नजर रखनी शुरू की और उसके आतंकी संपर्कों की पुष्टि होते ही उसे दापोली के पास से धर दबोचा. एटीएस की गिरफ्त में आये मो. जुनैद खान पर राज्य में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने हेतु आतंकी संगठनों से पैसे लेने का आरोप है. ऐसे में एटीएस द्वारा इस मामले की छानबीन के लिए अदालत से जुनैद खान की कस्टडी मांगी जायेगी. क्योंकि एटीएस जानना चाहती है कि, आखिर जुनैद को मिले पैसों का स्त्रोत क्या है और इन पैसों को कहां पर खर्च किया जाना था.
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, इससे पहले भी देशभर में अलग-अलग स्थानों पर हुई आतंकी वारदातों में शामिल रहने के संदेह पर पुणे से कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. वहीं देशभर में अलग-अलग स्थानों पर बम विस्फोट करवानेवाले इंडियन मुजाहिदीन नामक संगठन के कामों का प्रचार करने हेतु पुणे के कोंढवा परिसर में बाकायदा एक केंद्र चलाया जाता था. जिस पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राकेश मारीया ने छापा मारा था. जिसके बाद आतंकी वारदातों में पुणे के कुछ लोगों के लिप्त रहने की बात उजागर हुई थी. वहीं इससे पहले राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी पुणे से एक युवती को गिरफ्तार किया था तथा जांच में पता चला था कि, यह युवती विगत कुछ वर्षों से आतंकी संगठनों के संपर्क में थी. इसके साथ ही पुणे सहित देश में अलग-अलग स्थानों पर हुए बम विस्फोट के मामलों में पुणे में रहनेवाले मोहसीन चौधरी का हाथ रहने की बात सामने आयी थी, लेकिन कोंढवा परिसर में रहनेवाले मोहसीन चौधरी का अब तक कोई अता-पता नहीं चल पाया है.

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