महाराष्ट्र

न्यायमूर्ति शिंदे ने की एक दिन में 190 मामलों की सुनवाई

सेवानिवृत्ति में बचे है दो महीने

* कानून मंत्री किरण रिजिजु ने सराहा
मुंबई/दि.11– बंबई हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एस.एस. शिंदे और न्यायमूर्ति एम.एन. जाधव की खंडपीठ ने एक दिन में निर्धारित लगभग 200 मामलों की सुनवाई के लिए नियमित समय में लगभग साढे तीन घंटे अधिक काम किया. यह गुरुवार को हुआ और इसका संज्ञान लेते हुए केंद्रीय कानून एवं न्यायमंत्री किरण रिजिजु ने न्यायमूर्ति शिंदे की सराहना की. रिजिजु ने ट्विट किया, मुझे यह जानकर बेहत खुशी हुई कि बंबई हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति एस.एस. शिंदे ने कल 190 मामलो की सुनवाई की. वह सुबह 10.30 बजे से रात 8 बजे तक बैठे रहे. न्यायमूर्ति शिंदे के सेवानिवृत्त होने में केवल दो महीने शेष बचे है और हाईकोर्ट के कॉलेजियम ने उन्हें राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्त करने की सिफारिश की है. न्यायमूर्ति काठवाला की कर्मठता : ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब न्यायालय के किसी न्यायाधीश ने अधिक समय तक काम किया है. सेवानिवृत्त हो चुके न्यायमूर्ति एस.जे. काठवाला अपने कार्यकाल के दौरान याचिकाओं का निपटारा करने के लिए रात के 3 बजे तक बैठे थे.

206 याचिकाएं सूचीबद्ध
न्यायमूर्ति शिंदे व न्यायमूर्ति एम.एन. जाधव की पीठ आपराधिक याचिकाओं, पैरोल और फसलों आवेदनों की सुनवाई करती है. गुरुवार को इस पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए 206 याचिकाएं सूचीबद्ध थी. आमतौर पर हाईकोर्ट में सुबह 10.30 से शाम 4.30 बजे तक काम होता है पर सूचीबद्ध याचिकाओं की सुनवाई पूरी नहीं होने के कारण पीठ ने रात 8 बजे तक काम किया और 190 मामलों की सुनवाई की.

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