मुंबई/दि.१३ – सुशांत सिंह राजपूत(SUSHANT SINGH RAJPUT) मौत मामले में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार और मुंबई पुलिस पर सवाल उठाने के बाद से राजनीतिक चर्चा में आई बॉलीवुड़ अभिनेत्री कंगना रनौत ने रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. इस दौरान उनके साथ उनकी बहन रंगोली भी थी. बता दें कि सुशांत केस को लेकर राज्य में गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने वाली शिवसेना और कंगना रनौत के बीच उस वक्त से वाक् युद्ध छिड़ा है जब से कंगना ने मुम्बई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) से की और कहा था कि वह कथित फिल्म माफिया से ज्यादा मुंबई पुलिस से डरती है. इसके बाद 9 सितंबर को बुल्डोजर और खुदाई के उपकरणों के साथ बीएमसी की टीम न पाली हिल में रनौत के बंगले में नगर निकाय की मंजूरी के बिना कथित रूप से किए गए परिवर्तनों को ध्वस्त कर दिया था. इस दिन कंगना रनौत मुंबई पहुंची थीं. अठावले ने राज्यपाल से मिलकर मुआवजा दिलाने की मांग की
कगना का ऑफिस तोड़े जाने के बाद शुक्रवार (13 सितंबर) को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी राज्यपाल से मुलाकात कर कंगना रनौत को मुआवजा दिलवाने की बात कही थी. अठावले ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने राज्यपाल के साथ (राजभवन में) 20-25 मिनट तक चर्चा की. हमने कंगना रनौत से जुड़े मुद्दे पर चर्चा की, उनके साथ अन्नाय हुआ है.” उन्होंने आरोप लगाया था कि तोडफ़ोड़ अभियान के दौरान बीएमसी ने कंगना रनौत के ऑफिस के फर्नीचर को भी तोड़ दिया, केंद्रीय मंत्री ने नागरिक निकाय पर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. अठावले ने कहा, “मैंने राज्यपाल से आग्रह किया कि कंगना रनौत को न्याय और मुआवजा मिले.”महाराष्ट्र में सरकार का आतंक और अत्याचार बढ़ता जा रहा है
इसके साथ ही कंगना ने मुंबई में नौसेना के पूर्व अधिकारी के साथ शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट किए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, ‘महाराष्ट्र में सरकार का आतंक और अत्याचार दिन-ब-दिन बढ़ते ही जा रहे हैं. एक्स-सर्विसमैन को दिनदहाड़े, सबके सामने वेटरन को अटैक किया और उन्हें बहुत बुरी तरह से मारा. उनकी गलती यही थी कि उन्होंने सरकार की निंदा की.