15 वर्षीय युवती पर किडनी प्रत्यारोपण
पिता ने दी किडनी, सुपर स्पेशालिटी में हुई शस्त्रक्रिया

अमरावती/दि.26– एक 15 वर्षीय बेटी की किडनी फेल होने से पिता हताश हो गये. बेटी के भविष्य के लिए पिता ने अपनी एक किडनी दान करते हुए उसे नया जीवनदान दिया. सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में शुक्रवार को किडनी प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया सफल की गई.
अमरावती शहर के रहने वाली जान्हवी हरीश वैद्य (15) नामक युवती पिछले तीन माह से किडनी की बीमारी से त्रस्त थी. इस कारण उस पर डायलिसिस उपचार शुरु था. कम आयु में उसे किडनी की बीमारी होने से उसके आगे के भविष्य के लिए किडनी प्रत्यारोपण ही एकमात्र पर्याय रहने की कल्पना डॉक्टर ने उसके पिता को दी. डायलिसिस के दौरान बेटी को होने वाली तकलीफ को देखकर बेटी के लिए भागदौड करने वाले पिता हरीश महादेवराव वैद्य (48) ने अपनी एक किडनी दान करने का निर्णय लिया. सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल के वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. अमोल नरोटे व विशेष कार्य अधिकारी डॉ. मंगेश मेंढे के मार्गदर्शन में नेफरोलॉजिस्ट डॉ. प्रणित काकडे, डॉ. नयन काकडे, यूरो सर्जन डॉ. राहुल पोटोडे, डॉ. विक्रम देशमुख, डॉ. राहुल घुले, डॉ. विशाल बाहेकर, बदीरीकरण तज्ञ डॉ. रोहित हातगावकर, डॉ. बालकृष्ण बागवाले, डॉ. शीतल सोलंके, डॉ. अश्विनी मडावी, डॉ. अंजू दामोदर, डॉ. विक्रांत कुलमेथे, डॉ. जयश्री पुसदेकर, डॉ. नाहीद, डॉ. उज्वल अभ्यंकर, डॉ. प्रियंका कांबले ने यह किडनी प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया सफल की. इस पेचिदा शस्त्रक्रिया के बाद डॉक्टरों के दल ने राहत की सास ली.
* अस्पताल की 52 वीं शस्त्रक्रिया
सुपर स्पेशालिटी हॉस्पिटल में 2018 से किडनी प्रत्यारोपण की शस्त्रक्रिया शुरु की गई. मार्च 2025 तक यहां 51 किडनी प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया की गई थी. इस कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के किडनी प्रत्यारोपण क्षेत्र के उल्लेखनीय कार्य निमित्त विश्व स्वास्थ्य दिन निमित्त सुपर स्पेशालिटी को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. ऐसे में अब अस्पताल की 52 वीं किडनी प्रत्यारोपण शस्त्रक्रिया भी सफल की गई है.
* वैद्यकीय दल की लिए थी बडी चुनौती
केवल 15 वर्ष की युवती पर पेचीदा शस्त्रक्रिया करना यह वैद्यकीय दल के लिए बडी चुनौती थी. अमरावती विभाग ने कम आयु के किडनी प्रत्यारोपण की यह पहली शस्त्रक्रिया रहने की जानकारी अस्पताल प्रशासन ने दी.