राज्यपाल पद छोडना चाहते हैं कोश्यारी
विवादों से उक्ताकर खुद ही व्यक्त की इच्छा
मुंबई/दि.28- हाल ही में औरंगाबाद स्थित डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह दौरान राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी व्दारा छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर अपने वक्तव्य में कही गई एक बात के चलते पूरे राज्यभर में जमकर हंगामा मचा था और राज्यपाल कोश्यारी पर छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जमकर निषेध प्रदर्शन किए जाने लगे. साथ ही उन्हें राज्यपाल पद से हटाने की मांग भी जोर पकडने लगी. चूंकि इससे पहले भी राज्यपाल कोश्यारी व्दारा दिए गए बयानों को लेकर काफी हंगामा मच चुका है और वे हमेशा ही विवादों के घेरे में रहते हैं. जिससे उक्ताकर राज्यपाल कोश्यारी ने खुद ही पद मुक्त होकर अपने राज्य उत्तराखंड लौटने की इच्छा जताई हैं.
विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक राज्यपाल कोश्यारी ने अपने एक बेहद नजदीकी व्यक्ति के पास अपनी यह इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि, वे अब राज्यपाल पद की जिम्मेदारी से मुक्त होकर अपने गृहराज्य वापिस जाना चाहते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि संभवत: राज्यपाल कोश्यारी अपने बयानों को लेकर आए दिन होने वाले विवाद व हंगामे से तंग आ चुके है और यही वजह है कि अब वे राज्यपाल पद की जिम्मेदारियों से मुक्त होना चाहते हैं.
बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर कथित रुप से आपत्तिजनक बयान दिए जाने के चलते राज्यपाल कोश्यारी के खिलाफ समूचे राज्य में काफी तीखी प्रतिक्रिया दिखाई दी और भाजपा को छोडकर अन्य सभी दलों को उनके बयान का निषेध किया. जिनमें शिंदे गुट का भी समावेश था. साथ ही छत्रपति उदयनराजे भोसले व छत्रपति संभाजीराजे भोसले ने भी राज्यपाल के खिलाफ आक्रमक भूमिका दर्शायी. राज्यपाल कोश्यारी का निषेध करने वाले सभी दलों व्दारा उन्हें महाराष्ट्र के राज्यपाल पद से हटाए जाने की मांग भी की गई. वहीं इस बीच अब राज्यपाल कोश्यारी ने खुद ही महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी से मुक्त होने की इच्छा जताई हैं.