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पशुसंवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार की जानकारी
मुंबई/दि.25 – राज्य में बैलगाडी दौड का आयोजन दोबारा शुरु करने के लिए एक महिने के भीतर रास्ता ढुंढ लिया जाएगा. राज्य के पशुसंवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार ने मंगलवार को यह आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि बैलगाडी दौड दोबारा शुरु करने के लिए यदि कानून बनाने की जरुरत पडती है तो महिने भर में इसके संबंध में अध्यादेश पारित किया जाएगा.
राज्य के पशुसंवर्धन व दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री सुनील केदार ने मंत्रालय में त्रिमूर्ति के पास खुले प्रांगण में बैलगाडी दौड दोबारा शुरु करने संदर्भ में बैठक का आयोजन किया था. केदार ने कहा कि राज्य में बैलगाडी दौड दोबारा शुरु करने का पेंच तकनीकी कारणों के चलते फंसा हुआ है. दूसरे राज्यों में शुरु बैलगाडी दौड स्पर्धा का अध्ययन किया जाएगा. अगर जरुरत पडती है तो नए कानून बनाने के लिए अध्यादेश पारित किये जाएंगे. बैलगाडी दौड स्पर्धा के आयोजन के लिए अभ्यास शुरु करने के लिए रास्ता निकाला जाएगा. सुनील केदार ने आगे कहा कि बैलगाडी दौड स्पर्धा आयोजित करने के लिए राज्य सरकार व्दारा सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दाखिल की गई थी. परंतु कोरोना संक्रमण के कारण उस पर सुनवाई नहीं हो सकी थी. इस कारण सरकार ने फिर एक बार सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है. केंदार ने कहा है कि मैं अगले हफ्ते दिल्ली में वरिष्ठ वकीलों से मुलाकात कर सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से सरकार का पक्ष रखने का आग्रह करुंगा.
राकांपा सांसद अमोल कोल्हे ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए समय मांगा
सुनील केदार ने कहा कि राकांपा सांसद अमोल कोल्हे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा है. कोल्हे प्रधानमंत्री से गौसंवर्धन सूची से बैल को हटाने की मांग करेंगे. अगर इस सूची में से बैल को हटा दिया गया तो फिर कोई परेशानी नहीं होगी. केदार ने बताया कि राज्य में खिल्लार प्रजाति के बैल लुप्त होते जा रहे हैं. खिल्लार प्रजाति के बैलों का संवर्धन करने के लिए केवल बैलगाडी दौड नहीं बल्कि दूध उत्पादन बढाने पर जोर दिया जाएगा. प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री जयंत पाटील ने कहा कि बैलगाडी दौड बैलों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. पशुसंवर्धन विभाग बैलगाडी दौड दोबारा शुरु करने के लिए प्रयास कर रहा है. इस बैठक में प्रदेश के गृह राज्य मंत्री सतेज पाटील, राकांपा विधायक शशिकांत शिंदे, नीलेश लंगे, संग्राम जगताप, भाजपा विधायक किसन कथोरे, कांग्रेस विधायक संग्राम थोपटे आदि समेत राज्य के बैलगाडी मालिक और संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित थे.