मोहम्मद पैगम्बर और कुरान का अपमान करने वालों के खिलाफ बने कानून
मुस्लिम संगठन रज़ा एकेडमी ने ठाकरे सरकार से की मांग

मुंबई/दि. 9 – इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद पैगम्बर और कुरान का अपमान करने वालो के खिलाफ महाराष्ट्र में कानून बनाए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. यह प्रस्ताव मुस्लिम संगठन रज़ा एकेडमी और वंचित बहुजन अघाड़ी की तरफ से महाराष्ट्र सरकार के सामने रखा गया है. इस कानून पर राजनीतिक घमासान छिड़ा हुआ है.
रज़ा एकेडमी ने ‘प्रॉफ़ेट मोहम्मद एंड अदर रिलिजियस हेड प्रोहिबिशन ऑफ स्लैंडर एक्ट 2021 ’ नामक बिल पेश कर उस पर कानून बनाए जाने का प्रस्ताव रखा है. इस प्रस्ताव में प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाली वंचित बहुजन आघाडी ने भी उनका साथ दिया है. यह कानून मोहम्मद पैगम्बर और कुरान पर किसी भी प्रकार की टिप्पणी या अपमानजनक बात कहने पर दंड दिए जाने की वकालत करता है. वहीं रज़ा एकेडमी के जनरल सेक्रेटरी सय्यद नूरी ने इस कानून को सभी पैगंबरों या पंथ प्रमुखों पर अपमानजनक टिप्पणियों से बचाव करने वाला बताया.
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धार्मिक घृणा फैलाने वाले को खिलाफ पहले से है कानून
हालांकि बीजेपी इस प्रस्ताव के विरोध में आ गई है. बीजेपी का तर्क है की धार्मिक घृणा फैलाने वाले लोगों को दंडित करने के लिए देश में पहले से ही कानून बने हुए हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला का कहना है कि जब पहले ही कानून है तो ऐसे में किसी नए कानून की कोई जरूरत नहीं है. बीजेपी के अलावा शिवसेना भी ये मानती है कि इस कानून को बनाने की जरूरत नही है वरना हर धर्म और समुदाय के लोग ऐसे कानून की मांग करेंगे.
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पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर कई बार हुआ विवाद
इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी को लेकर देश में पहले भी कई बार विवाद की स्थिति पैदा हो चुकी है. उत्तर प्रदेश में हिंदू समाज पार्टी प्रमुख कमलेश तिवारी को पैगंबर के विषय में एक टिप्पणी करने को लेकर मार दिया गया था. कमलेश तिवारी को दो इस्लामी कट्टरपंथियों द्वारा चाकू से गला रेत कर मारा गया था. अब ये देखना होगा रजा एकेडमी के इस प्रस्ताव पर ठाकरे सरकार क्या फैसला लेती है.