पुणे/दि.2– देश में सितंबर व अक्तूबर माह के दौरान 94 से 106 फीसद पानी बरसने का अनुमान भारतीय मौसम विभाग द्वारा जताया गया है. साथ ही पश्चिम तटिय क्षेत्र, पश्चिम मध्य व उत्तर पश्चिम भारत में शेष समय के दौरान औसत से कम पानी बरसने का अनुमान जताया गया है. ऐसे में मान्सून के दुसरे चरण के दौरान राज्य में भी बारिश का प्रमाण कम रहने की संभावना जताई गई है.
भारतीय मौसम विभाग द्वारा मान्सून के दूसरे चरण को लेकर अपना अनुमान गत रोज ही जारी किया गया. जिसके मुताबिक मान्सून के अगले चरण में 94 से 106 फीसद पानी बरसने की संभावना है. इस बारे में मौसम विभाग के महासंचालक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि, जुलाई माह में अपेक्षित औसत से 17 फीसद अधिक बारिश हुई. जुलाई माह के प्रारंभ में पूरे देश में बारिश का जोर अच्छा-खासा रहा, लेकिन महिना खत्म होते-होते बारिश का जोर घट गया. मान्सून का कम दबाववाला क्षेत्र जुलाई माह में 36 दिनों तक दक्षिण की ओर झुका हुआ था. जिसके चलते दक्षिण भारत में अच्छी-खासी बारिश हुई. ऐसे में मान्सून के लिए पूरक रहनेवाली ला-नीना की स्थिति साल के अंत तक कायम रहेगी. मान्सून के अन्य मॉडल को लेकर भी यहीं सूचित किया गया है. ऐसे में इस बार के सीझन में मान्सून का प्रभाव समाधानकारक रहेगा. इसके अलावा इंडियन ओशन डायपोल यानी हिंद महासागर द्विध्रृव (आयओडी) जिसे भारतीय लीनो भी कहा जाता है. इस समय हिंद महासागर में कार्यरत है, जो अगले सीझन में सक्रिय होगा. ऐसा अनुमान है. साथ ही इस अनुमान के मुताबिक अगस्त माह के दौरान पूरे देश में सर्वसाधारण रूप से बारिश होगी.