लॉकडाउन नहीं, पर 11 देशों से आनेवालों की अनिवार्य टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दी जानकारी
जालना/दि.3– इन दिनों दक्षिण अफ्रिका में पाये गये कोविड वायरस के ओमिक्रोन नामक नये स्वरूप को लेकर काफी हद तक चिंता का माहौल है. किंतु फिलहाल राज्य में इस वायरस के होने को लेकर कोई संकेत नहीं मिले है. ऐसे में राज्य में लॉकडाउन लगाने का कोई विचार सरकार द्वारा नहीं किया जा रहा है. हालांकि ओमिक्रोन का संक्रमण रहनेवाले 11 देशों से भारत विशेषकर महाराष्ट्र में आनेवाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट व सात दिनों का कोरोंटाईन बेहद अनिवार्य रहेगा. साथ ही कोरोंटाईन के पश्चात आठवें दिन भी आरटीपीसीआर टेस्ट करायी जायेगी. जिसकी रिपोर्ट निगेटीव आने के बाद ही संबंधितों को कोरोंटाईन से बाहर जाने दिया जायेगा. इस आशय की जानकारी राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे द्वारा दी गई.
उल्लेखनीय है कि, विगत दिनों दक्षिण अफ्रिका में कोविड वायरस का ओमिक्रोन नामक नया स्वरूप पाया गया. जिसका संक्रमण दुनिया के कई देशों में देखा जा रहा है. ऐसे में आम नागरिकों में महामारी के खतरे को लेकर भय रहने के साथ ही दुबारा लॉकडाउन लगने की आशंका भी फैल रही है. ऐसे में नागरिकों में व्याप्त आशंका व दहशत को दूर करने हेतु स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे द्वारा उपरोक्त जानकारी दी गई. साथ ही उन्होंने कहा कि, राज्य अंतर्गत यात्रा करनेवाले लोगों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट करना अनिवार्य नहीं होगा. हालांकि यात्रा के दौरान विगत 15 दिनों में वे कहां-कहां गये और किन-किन लोगों के संपर्क में आये, इसकी जानकारी उन्हें उपलब्ध करानी होगी.
ओमिक्रोन के व्यवहार का निरीक्षण शुरू
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक इस समय राज्य में रोजाना 500 से भी कम संक्रमित मरीज पाये जा रहे है और 5 हजार से भी कम बेड पर मरीज भरती है. वहीं विगत कई दिनों से कोविड संक्रमण के चलते कोई मौत भी नहीं हुई है. ऐसे में फिलहाल घबराने या लॉकडाउन लगाने जैसी कोई स्थिति नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, फिलहाल ओमिक्रोन वेरियंट के गुणधर्मों का निरीक्षण किया जा रहा है और जिन देशों में इस नये वेरियंट का संक्रमण पाया गया है, वहां पर वायरस के इस नये स्वरूप का व्यवहार किस तरह है, उस पर नजर रखी जा रही है. जिसके आधार पर आगामी निर्णय लिये जायेंगे. किंतु फिलहाल किसी भी तरह की चिंता नहीं की जानी चाहिए.