महाराष्ट्र

इसरो, नासा में नौकरी का प्रलोभन, 6 करोड रुपए की ठगी

शिकायतकर्ता और गवाह दोनों युवक मुख्य आरोपी निकले

नागपुर /दि.19– इसरो और नासा में कनिष्ठ वैज्ञानिक, अधिकारी, संशोधक, लिपिक और अन्य कर्मचारियों की भर्ती रहने की बात कर नौकरी लगाकर देने का प्रलोभन देकर एक गिरोह ने 111 लोगों के साथ 6 करोड रुपए की ठगी की. इस प्रकरण में शिकायतकर्ता और गवाह यह दोनों ही मुख्य सूत्रधार निकले. पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. इस प्रकरण में हत्या का आरोपी व सूत्रधार ओंकार तलमले पहले ही गिरफ्तार किया गया था. अब दो और आरोपियों के खिफाफ मामला दर्ज किया गया है.
जानकारी के मुताबिक ओंकार तलमले नामक आरोपी ने नौकरी देने के नाम पर बडा रैकेट शुरु किया था. दो व्यापारियों के हत्याकांड में उसकी गिरफ्तारी होने के बाद जालसाजी का प्रकरण सामने आया. मनिषनगर निवासी अश्विन वानखेडे ने इस प्रकरण में शिकायत दर्ज की थी. शिकायत के मुताबिक अश्विन ने अपने रिश्तेदारों से एक लाख रुपए लेकर ओंकार को दिए थे. ओंकार ने भी विश्वास दिलवाने के लिए मई 2020 में नियुक्ति होने का दिखावा किया और उसने उसे एक नियुक्ति पत्र भी दिया. वेतन 50 हजार रुपए है. कोरोना के कारण कम पैसे मिलेगे, ऐसा बताते हुए ओंकार ने अश्विन को दो माह अपने बैंक खाते से पैसे दिए. इस कारण अश्विन का विश्वास बढ गया और उसने अन्य रिश्तेदार व दोस्तो को इसकी जानकारी दी. पश्चात ओंकार ने ऐसी ही साजिश रचते हुए और 111 लोगों को अपने जाल में फंसाया. इस प्रकरण में अश्विन की शिकायत पर बजाजनगर पुलिस स्टेशन में ओंकार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने गहन जांच की तब ओंकार ने 5.31 करोड रुपए ऐंठे रहने की बात सामने आई. जबकि अश्विन और एक अन्य आरोपी चेतन भोसले ने विविध लोगों से नौकरी के नाम पर 2.47 लाख और एक करोड रुपए स्वीकारे रहने की बात स्पष्ट हुई. पुलिस ने इन दोनों युवकों को भी गिरफ्तार कर 6 दिन के रिमांड पर लिया है. पूछताछ में अनेक बाते सामने आने की संभावना है. सहायक निरीक्षक सागर आव्हाड, पंढरी खोंडे, रविंद्र जाधव, अविक्षणी भगत के दल ने यह कार्रवाई की.

* ओंकार फर्जी नासा शास्त्रज्ञ
कोंढाली दोहरे हत्याकांड के मुख्य सूत्रधार ओंकार महेंद्र तलमले ने बडी ठगी की रहने की बात सामने आई है. खुद को नासा का शास्त्रज्ञ कहते हुए उसने 111 बेरोजगार युवकों को नासा में नौकरी दिलवाने का प्रलोभन दिया. तलमले ने 5 करोड 31 लाख 70 हजार रुपए की ठगी की रहने का आरोप है. ओंकार एक राजनीतिक दल से संबंधित है. उसने अपने खाते से राजनीतिक दल को बडी रकम पार्टी निधि के रुप में दी रहने की बात पुलिस जांच में उजागर हुई है.

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