‘मां मित्र’ गर्भवती महिलाओं के लिए बनी बडा आधार
एक वर्ष में 33 हजार गर्भवती महिलाओं ने लिया लाभ

मुंबई /दि.21– गर्भवती महिलाओं को प्रसव तक नियमित अंतराल पर जांच और परामर्श देने और बच्चों के जन्म से एक वर्ष तक टीकाकरण उपलब्ध कराने के लिए मनपा ने ‘मां मित्र’ हेल्पडेस्क शुरू की थी. मौजूदा समय में यह हेल्पडेस्क महिलाओं के लिए बड़ा आधार बन चुकी है. इसका अंदाजा इस हेल्पडेस्क के माध्यम से गर्भवती महिलाओं द्वारा उठाए गए लाभ से लगाया जा सकता है. साल भर में 33,528 गर्भवती महिलाओं ने मां मित्र हेल्पडेस्क का लाभ उठाया है.
मुंबई मनपा की कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्षा शाह ने बताया कि मनपा ने एक गैर-सरकारी संगठन अरमान के सहयोग से जुलाई 2024 में ‘मां मित्र’ हेल्पडेस्क नामक योजना शुरू की थी. यह सेवा 11 अस्पतालों में शुरू की गई थी, जिसमें तीन मेडिकल कॉलेज, दो प्रसूति अस्पताल और छह सामान्य अस्पताल शामिल हैं. इस पहल के माध्यम से मुंबई मनपा गर्भवती महिलाओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है. जुलाई 2024 से अब तक मुंबई महानगरपालिका क्षेत्र में ‘मां मित्र’ हेल्पडेस्क से 33,528 गर्भवती महिलाओं को लाभ मिला है.
* वर्षभर में 38 ’मां मित्र’ हेल्पडेस्क खोले जाएंगे
डॉ. दक्षा ने बताया कि उच्च जोखिम स्थिति वाली गर्भवती महिलाओं के उपचार, ट्रैकिंग और फॉलोव अप का विवरण मां मित्र हेल्पडेस्क के माध्यम से स्वास्थ्य केंद्रों को भेजा जाता है. अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं को उत्कृष्ट परामर्श और अनुवर्ती सेवा प्रदान करने के के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत वर्षभर में और 38 मां मित्र हेल्पडेस्क शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
* किलकारी कार्यक्रम के तहत काउंसलिंग
डॉ. दक्षा ने महिलाओं से अपील की है कि गर्भवती होने के बाद संबंधित महिला को नजदीकी स्वास्थ्यर केंद्र में पंजीकरण कराना चाहिए. प्रसवपूर्व देखभाल के बारे में जानें. गर्भवती माताओं के लिए उपलब्ध विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाएं. इन सभी पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को केंद्र सरकार के किलकारी कार्यक्रम के तहत मुफ्त में स्वचालित वॉयस कॉल और एसएमएस के माध्यम से भी परामर्श दिया जाता है.
* टीकाकरण के लिए किया जाता है कॉल
मां मित्र हेल्पडेस्क गर्भवती महिलाओं से नियमित संपर्क में रहता है. जिससे आवश्यकता के अनुसार समय-समय पर देखभाल है. प्रसूती और परोमर्श दिया जाता है. प्रसूती के बाद बच्चे के टीकाकरण ग के के लिए भी हेल्पडेस्क से माताओं को नियमित रूप से टेलीफोन कॉल भी किया जाता है.