महाराष्ट्र

महा विकास आघाडी सरकार के दो साल पूरे

सीएम उद्धव ठाकरे ने गिनाईं महाराष्ट्र की उपलब्धियां

मुंबई/दि.२८-महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महा विकास आघाडी सरकार के दो साल पूरे हो गए. दो साल पूरे होने  के मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है. अपने इस पत्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता का आभार माना है. पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने महा विकास आघाडी सरकार के दो साल के कार्यकाल को ‘गवर्नमेंट विदाउट गवर्नेंस’ कह कर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि दो सालों में कोई काम ही नहीं हुआ तो कामों का मूल्यांकन क्या करें? बीजेपी नेता आशिष शेलार ने ठाकरे सरकार के दो साल के कार्यकाल को पिता-पुत्र- पुत्री-भतीजे (उद्धव ठाकरे-आदित्य ठाकरे, शरद पवार- सुप्रिया सुले, आजित पवार) की सरकार कह कर संबोधित किया जिसका जनता से कोई सरोकार नहीं है. यह 24 महीने में 24 घोटाला करने वाली सरकार है. नवाब मलिक ने महा विकास आघाडी सरकार के दो सालों की कार्यकाल के बारे में कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई काम होता है तो महाराष्ट्र के अखबारों में छपता है. हम ‘बातें कम और काम ज्यादा’ करने पर विश्वास करते हैं. शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है कि सरकार के दो साल पूरे हुए लेकिन अब भी बीजेपी सरकार गिराने की साजिशों में लगी हुई है.

सीएम उद्धव ठाकरे ने अपने पत्र में क्या उपलब्धियां गिनाईं?

अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने अपनी भावना व्यक्त की है. इस पत्र में उन्होंने राज्य में हुए विकास के कामों की सूची प्रकाशित की है. राज्य की जनता ने सरकार के फैसलों पर जो अपना सहयोग दिया और उसे सफल बनाया, इसके लिए उन्होंने जनता को धन्यवाद कहा है. उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्य में अनेक कुदरती और मानव निर्मित आपत्तियां आईं लेकिन हम विचलित नहीं हुए और आगे भी विचलित नहीं होंगे.

‘कोविड से लड़ाई में सुविधाएं बड़े पैमाने पर बढ़ाईं’

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का ज्यादातर समय कोविड का मुकाबला करने में गया. लेकिन हमने संकट का सामना सफलता पूर्वक किया. राज्य की दो साल पहले की मेडिकल सुविधाओं और आज की सुविधाओं में बड़ा फर्क आया है. कोविड की लड़ाई के दौरान ही हमने ये सुविधाएं बढ़ाईं.भविष्य में भी ऐसे किसी संक्रमण या बीमारी का मुकाबला हम पूरी मजबूती के साथ करने में सक्षम होंगे. क्योंकि ये सुविधाएं और व्यवस्थाएं अब कायम रहने वाली हैं.

‘पर्यटन क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा किए’

आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन और प्रशासन में कहीं कोई नकारात्मकता नहीं रही. उद्योग-निवेश, खेती, इंफ्रास्ट्रक्चर, गरीबों के लिए घर, रोजगार, पानी की सप्लाई, सौर उर्जा, पर्यावरण, पर्यटन, वन क्षेत्र जैसे सभी विभागों में आम जनता को कैसे लाभ मिले, इस सोच के साथ बढ़ते रहे. नई-नई योजनाएं सिर्फ लाए नहीं, बल्कि उन्हें अमल में लाकर दिखाया. देश को दिशा देने वाले इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल के ध्येय को आगे बढ़ाया. पर्यटन व्यवसाय में रोजगार बढ़ाने  के साथ-साथ इस क्षेत्र से जुड़े लोगों में आत्मविश्वास पैदा किया. युवाओं को अलग-अलग हुनर सिखा कर उन्हें रोजगार के लिए तैयार करने में मदद की.

‘समृद्धि महामार्ग, मेट्रो, सड़कों और हवाई यातायात को तेजी से बढ़ाने का काम’

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बालासाहब ठाकरे समृद्धि महामार्ग का काम जल्दी ही पूरा हो जाएगा. राज्य के अलग-अलग शहरों को हवाई सेवाओं से जोड़ने की योजना है. सड़कों और मेट्रो का ऐसा जाल फैलाएंगे कि महाराष्ट्र की एक अलग ही पहचान दिखाई देगी. देश का ग्रोथ इंजन कहे जाने वाले मुंबई शहर में कोस्टल रोड, मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक और अन्य सड़कों के निर्माण  के बाद मुंबई और इसके आस-पास के इलाकों में विकास की एक क्रांति आएगी. ये सब करते हुए वनों का विकास, वन्य जीवन संरक्षण, समृद्ध पर्यावरण के विचार के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा.

’20 हजार करोड़ रुपए से अधिक की कर्ज माफी की’

कृषि क्षेत्र में महा विकास आघाडी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरने ने जनता को लिखे अपने पत्र में कहा कि ‘जो उपजेगा वो बिकेगा’ (विकेल ते पिकेल) योजना हो या बालासाहब ठाकरे स्मार्ट प्रोजेक्ट, आघाडी सरकार लगातार किसानों को ताकत देने का काम कर रही है. हमने कर्जमाफी का अपना वादा निभाया. महात्मा ज्योतिराव फुले योजना के तहत किसानों की 20 हजार करोड़ से अधिक की कर्जमाफी की. आगे भी प्रत्येक किसान तक सौर उर्जा से चलने वाले कृषि पंप को पहुंचाने की कोशिश शुरू है.

‘स्वच्छ सर्वेक्षण में महाराष्ट्र को सबसे ज्यादा पुरस्कार मिले’

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संवर्धन को लेकर महाराष्ट्र के प्रयासों की सराहना संयुक्त राष्ट्र से जुड़े परिषद ने की. यह हमारे लिए गर्व का विषय है. स्कॉटलैंड में हुई परिषद की बैठक में महाराष्ट्र को ‘इंस्पायरिंग रीजनल लीडरशिप’ पुरस्कार मिला. इससे यह स्पष्ट होता है कि महाराष्ट्र पर्यावरण के मुद्दे को कितना गंभीरता से ले रहा है. महाराष्ट्र को स्वच्छ सर्वेक्षण से जुड़े सबसे ज्यादा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले. हमने आम लोगों को घर देने की पहले शुरू की है. हमने ग्रामीण भागों में प्रत्येक घर में पीने का पानी नल के माध्यम से पहुंचाने की योजना तय वक्त में पूरा करने का बीड़ा उठाया है.

‘करीब 2600 करोड़ रुपए अस्पतालों को दिए’

कोविड काल में श्रमिकों को मदद पहुंचाने की बात हो या अभिभावक खो चुके बच्चों और बेसहारा महिलाओं को आधार देने का काम या फिर दुर्बल और शोषित वर्ग के विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप देने का इंतजाम करना हो, राज्य सरकार ने पूरी संवेदनशीलता और जिम्मेदारी के साथ अपने काम को निष्ठा के साथ पूरा किया है. मिसाल के तौर पर महात्मा ज्योतिराव फुले जन आरोग्य योजना के तहत पिछले दो सालों में करीब साढ़े चौदह लाख मुफ्त उपचार और सर्जरी का काम पूरा किया गया. इसके लिए अस्पतालों को करीब 2600 करोड़ रुपए दिए गए. पुलिस विभाग में अब तक हवलदारों के लिए अधिकारी बनना एक सपना हुआ करता था. हमने उस सपने को हकीकत में बदलने की नीति तैयार की.

राज्य में हम जलसंपदा बढ़ाने के लिए नियोजनबद्ध तरीके से प्रोजेक्ट तैयार कर रहे हैं. अपने महान इतिहास और संस्कृति के संरक्षण और प्राचीन मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए भी राज्य सरकार गंभीरता से प्रयास कर रही है. हमें पूरा विश्वास है कि जिस तरह से हम अब तक काम करते रहे हैं और जनता से हमारा जैसा रिश्ता बना है, वो और मजबूत होगा और आप सबका हमें विश्वास मिलता रहेगा. इन शब्दों में मुख्यमंत्री ने अपना पत्र खत्म किया है.

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