राज्य में आधारकार्ड को लेकर महा-गडबडी
93.48 लाख विद्यार्थियों के आधार नंबर ही नहीं मिल रहे
मुंबई/दि.7- राज्य की शालाओं की पटसंख्या तथा एक शाला के विद्यार्थियों के नाम दूसरे गांव की शाला में न दिखे. इस हेतु विद्यार्थियों का आधार पंजीयन ‘सरल’ नामक प्रणाली के तहत किया जा रहा है. जिसमें अब तक 1.77 करोड विद्यार्थियों के आधार का पंजीयन हो चुका है. किंतु इसमें से करीब 93.48 लाख विद्यार्थियों के आधार क्रमांक मेल ही नहीं खा रहे. ऐसी जानकारी जांच के दौरान सामने आयी है. जिसके चलते सरकार द्वारा तय किये गये लक्ष्य पर ही सवालियां निशान लगता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, राज्य की शालाओं में विद्यार्थियों की पटसंख्या बढाकर दिखाने गांव की अन्य शालाओं के विद्यार्थियों के नाम निजी शालाओं में रहने, एक ही विद्यार्थी का नाम दो शालाओं में दर्ज रहने जैसे मामले बडे पैमाने पर सामने आने लगे थे. जिसके चलते विद्यार्थियों को दी जानेवाली सुविधाओं में काफी दिक्कतें पेश आ रही थी. साथ ही छात्रवृत्ति सहित अन्य योजनाओं का लाभ विद्यार्थियों को देना काफी मुश्किल हो चला था. इसके साथ ही कुछ वर्ष पूर्व शालाओं में विद्यार्थियों की जांच के समय विद्यार्थियों को एक शाला से दूसरी शाला तक लेकर भागने के मामले भी सामने आये थे. जिस पर उपाय के लिए शाला के प्रत्येक विद्यार्थी का सरल संगणक प्रणाली में पंजीयन करते हुए उसके आधार कार्ड का क्रमांक दर्ज करने का निर्देश समग्र शिक्षा अभियान कक्ष को दिया गया था. जिसके अनुसार विगत एक वर्ष से सभी शालाओं में विद्यार्थियों के आधार क्रमांक को लिंक करने का काम शुरू था. इसके तहत अब तक समूचे राज्य में सरल प्रणाली के तहत 2.17 करोड विद्यार्थियों का पंजीयन किया जा चुका है. जिसमें से 1.77 करोड विद्यार्थियों के आधार क्रमांक दर्ज कर लिये गये है. किंतु आधार क्रमांक दर्ज करते समय कई गलतियां व त्रृटियां की गई. जिसके चलते अब 93.48 लाख विद्यार्थियों के आधारकार्ड क्रमांक ही मेल नहीं खा रहे. ऐसा वरिष्ठ स्तर पर की गई जांच में सामने आया है. ऐसे में अब इन तमाम गलतियों को दूर करने हेतु नये सिरे से निर्देश जारी किये गये है.