महाराष्ट्र दिवस मराठी लोगों की पहचान और गौरव का उत्सव
विधायक संजय खोडके का प्रतिपादन

* दर्यापुर उपविभागीय व तहसील कार्यालय में खोडके के हाथों ध्वजारोहन
अमरावती/ दि. 2– 1 मई संयुक्त महाराष्ट्र के गठन का संघर्ष मराठी लोगों की जिद और स्वाभिमान का प्रतीक है.इस आंदोलन ने मराठी भाषा और संस्कृति को एक नई पहचान दी और आज महाराष्ट्र भारत के सबसे उन्नत राज्यों में से एक माना जाता है. यह दिन मराठी भाषा, संस्कृति और परंपराओं का उत्सव है और मराठी लोगों की पहचान और गौरव का उत्सव है. महाराष्ट्र विधान परिषद सदस्य ए. संजय खोडके द्वारा किया गया.
वह महाराष्ट्र राज्य के 66वें स्थापना दिवस के अवसर पर दर्यापुर उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के नये भवन में आयोजित ध्वजारोहण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर संजय खोडके ने ध्वजारोहण किया. इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने राष्ट्रगान गाकर राष्ट्र के प्रति अपना आभार व्यक्त किया और राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को सलामी दी. इस समय दर्यापुर के उपविभागीय अधिकारी राजेश्वर हांडे और दर्यापुर के तहसीलदार और तहसील मजिस्ट्रेट डॉ. रवींद्र कुमार कानडजे, नायब तहसीलदार प्रवीण जामदाड़े, नायब तहसीलदार राजेश गुरव, निवासी उपतहसीलदार प्रमोद काले सहित दर्यापुर उपविभाग के अधिकारी और कर्मचारी और नागरिक उपस्थित थे.
संजय खोडके ने कहा कि पिछले 65 वर्षों में महाराष्ट्र ने काफी प्रगति की है. कृषि, कृषि, सिंचाई, शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग, व्यापार, संचार के क्षेत्र में महाराष्ट्र ने लंबी छलांग लगाई है. खेल और संस्कृति के क्षेत्र में भी महाराष्ट्र अग्रणी है और अपनी कला, सभ्यता और संस्कृति के कारण महाराष्ट्र की ख्याति दूर-दूर तक फैली हुई है. महाराष्ट्र राज्य बनने की अब तक की 65 वर्षों की यात्रा गौरवशाली है और भविष्य में भी महाराष्ट्र माजा रहेगा. धीरे-धीरे प्रगति होगी. शुभकामनाएँ भी.संजय खोडके ने व्यक्त किये. इस अवसर पर राजस्व कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किये गये. महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर दर्यापुर उपविभागीय अधिकारी कार्यालय के नये भवन को ध्वज पताका से सजाया गया. मिठाई भी बांटी गई.इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से दर्यापुर तालुका एनसीपी के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी तथा तालुका के पदाधिकारी एवं नागरिक उपस्थित थे.