महाराष्ट्र की जेलों में है सबसे ज्यादा प्रवासी कैदी
विदेशी कैदियों के मामले में दूसरे क्रमांक पर
मुंबई/दि.४ – महाराष्ट्र की जेलों में सबसे ज्यादा प्रवासी कैदी है. इसके अलावा विदेशी कैदियों के मामले में भी पश्चिम बंगाल के बाद महाराष्ट्र का नंबर आता है. राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जारी आंकडों के मुताबिक ३१ दिसंबर २०१९ तक महाराष्ट्र की जेलो में बंद कुल ९०९६ सजायाफ्ता कैदियों में से ८०० दूसरे राज्यों के जबकि ५१ विदेशी थे. इसी तरह जेलों में बंद २७५५७ विचाराधीन कैदियोंं में से ४६७५ दूसरे राज्यों के जबकि ४६६ दूसरे देशों के नागरिक थे. राज्य की जेलों में बंद कुल कैदियों में से १६ फीसदी दूसरे राज्यों के है. यह सिर्फ संख्या के हिसाब से बल्कि अनुपात के लिहाज से भी दूसरे राज्यों से काफी ज्यादा है. दूसरे राज्यों के कैदियों के मामले में महाराष्ट्र के बाद उत्तरप्रदेश और दिल्ली का नंबर आता है. उत्तरप्रदेश में विचाराधीन कैदियों में से ३४७० दूसरे राज्यों के जबकि ३६३ विदेशी है.वही दिल्ली के विचाराधीन कैदियों में से ३४५३ दूसरे राज्यों के जबकि ३८४ विदेशी नागरिक हैं. सजायाफ्ता कैदियों की बात करें तो दिल्ली की जेलों में सजा काट रहे ८५५ कैदी दूसरे राज्यों के जबकि ९६ विदेशी हैं. वहीं उत्तरप्रदेश में ४७९ सजायाफ्ता कैदी दूसरे राज्यों के है. जबकि १४२ विदेशी हैे.
देश की जेल में बंद सजायाफ्ता कैदी
- कुल सजायाफ्ता १४४१२५
- विदेशी सजयाफ्ता २१७१
- प्रवासी सजायाफ्ता ८७२६
- राज्यों के सजायाफ्ता १३३२२८
देश की जेलों में बंद कैदी
- कुल विचाराधीन ३३०४८७
- विदेशी विचाराधीन २९७९
- प्रवासी विचाराधीन २९३००
- राज्यों के विचाराधीन २९८२०८