महाराष्ट्र

यूपीएससी में महाराष्ट्र की हिस्सेदारी बढी, रैंक घटी

राज्य के 60 से अधिक परीक्षार्थियों ने हासिल की शानदार सफलता

* कोंकण कन्या प्रियवंदा रही महाराष्ट्र से प्रथम
मुंबई/दि.31- केंद्रीय लोकसेवा आयोग यानी युपीएससी का परीक्षा परिणाम गत रोज घोषित हुआ और समूचे देश में कुल परीक्षार्थियों में से 13 वीं रैंक प्राप्त करनेवाली कोंकण क्षेत्र के रत्नागिरी की प्रियवंदा म्हाडदलकर ने महाराष्ट्र राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. वहीं ऑल इंडिया रैंकिंग में 32 वे स्थान पर रहनेवाले सोलापुर के अनय नावंदर ने राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है.
गत रोज यह परीक्षा परिणाम युपीएससी की अधिकृत वेबसाईटपर प्रकाशित किया गया. युपीएससी द्वारा कुल 749 सीटों हेतु ली गई परीक्षा में यदि महाराष्ट्र का विचार किया जाये, तो परीक्षा में सफल होनेवाले विद्यार्थियों का प्रमाण अधिक दिखाई देगा. किंतु हमेशा ही टॉप रैंकिंग में दिखाई देनेवाला महाराष्ट्र इस बार रैंकिंग के मामले में थोडा पिछड गया है.
ज्ञात रहे कि, केंद्रीय लोकसेवा आयोग द्वारा वर्ष 2021 में भारतीय प्रशासकीय सेवा, पुलिस सेवा, विदेश सेवा तथा ग्रुप-ए व ग्रुप-बी के पदों हेतु परीक्षा ली गई थी. जिसके साक्षात्कार की प्रक्रिया जारी वर्ष में विगत जनवरी माह में पूर्ण की गई और इस परीक्षा के परिणाम सोमवार की सुबह 10 बजे आयोग की वेबसाईट पर घोषित किये गये. इसमें यदि महाराष्ट्र राज्य का विचार किया जाये, तो महाराष्ट्र राज्य के विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में अच्छी-खासी सफलता प्राप्त की है.
देर रात तक हाथ आयी जानकारी के मुताबिक करीब 60 से अधिक विद्यार्थी इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर सफल हुए है. जिनमें प्रियवंदा म्हाडदलकर (13), अनय नावंदर (32), अंजली श्रोत्रीय (44), श्रध्दा गोमे (60), शुभम अशोक भैसारे (97), अंकित हिरडे (98), आदित्य काकडे (129), शुभम भोसले (149), विनयकुमार गाडगे (151), ओंकार पवार (194), रामेश्वर सब्बनवाड (202), अक्षय वाखरे (203), अक्षय महाडीक (212), तन्मयी देसाई (224), अभिजीत पाटिल (226), तन्मय काले (230), विशाल खत्री (236), संचित गुप्ता (237), उत्कर्ष खंडाल (243), मुदृल शिवहारे (247), इशान टिपणीस (248), प्रतिक मंत्री (252), सुयशकुमार सिंह (262), सोहम मांढरे (267), अश्विन राठोड (265), विकल्पा विश्वकर्मा (275), अर्शद मोहम्मद (276), सागर काले (280), रोहन कदम (295), रणजीत यादव (315), गजानन बाले (319), वैभव काजले (325), अभिजीत पठारे (333), राहुल देशमुख (349), सुमित रामटेके (358), विनायक भोसले (366), आदित्य पटले (375), स्वप्नील सिसले (395), सायली म्हात्रे (398), हर्षल महाजन (408), शिवहर मोरे (409), चेतन पंढेरे (416), स्वप्नील पवार (418), पंकज गुजर (423), अजिंक्य माने (424), ओंकार शिंदे (433), रोशन देशमुख (451), देवराज पाटील (462), अनिकेत कुलकर्णी (492), शिल्पा खानिकर (506), अस्मर धनविजय (558), नितीश डोमले (559), नीरज पाटील (560), आकांक्षा तामगाडगे (562), आशिष पाटील (563), शुभम नगराले (568), अमित शिंदे (570), स्वप्नील माने (578), प्रशांत डगले (583), अभय सोनारकर (620), अश्विन गोलपकर (626), मानसी सोनवने (627), अमोल आवटे (678), पूजा खेडकर (679) का समावेश है.

* सोलापुर का अनय नावंदर रहा राज्य में द्वितीय
केंद्रीय लोकसेवा आयोग की परीक्षा में सोलापुर निवासी अनय नितीन नावंदर ने राष्ट्रीय स्तर पर 32 वां रैंक हासिल करते हुए युपीएससी की परीक्षा में सफलता प्राप्त की और वह राज्य में दूसरे स्थान पर रहा. विशेष उल्लेखनीय यह है कि, अनय नावंदर ने किसी भी तरह की कोई कोचिंग क्लास न लगाते हुए खुद पढाई कर यह परीक्षा उत्तीर्ण की है. मूलत: सोलापूर निवासी अनय की शिक्षा-दीक्षा सोलापुर, पारनेर, माजलगांव व मुंबई में हुई और वर्ष 2019 में अनय ने मुंबई से इंजीनिअरींग की शिक्षा पूर्ण की. पश्चात औरंगाबाद की एक बडी कंपनी से अपनी नौकरी छोडकर अनय ने युपीएससी की पढाई की और तीन वर्ष की मेहनत के दम पर अनय ने युपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने में सफलता प्राप्त की.


विदर्भ के चार युवाओं का पूरा हुआ आईएएस अफसर बनने का सपना
* कई युवाओं की मेहनत दूसरी बार में रंग लाई
विदर्भ के शुभम भैसारे, शुभम नगराले और सुमित रामटेके ने सोमवार को संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा मेें सफलता हासिल की. दरअसल, इससे पूर्व भी विदर्भ के ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखने वाले तीनों युवाओं ने यूपीएससी की परीक्षाएं दी थीं. इसमें उन्हें सफलता हासिल भी हुई थी. लेकिन उन्हें अलाइड सर्विस आवंटित की गई. आईएएस अधिकारी बनने का उनका सपना पूरा नहीं हो पाया था. बावजूद इसके उन्होंने हार नहीं मानते हुए सपने को पूरा करने के लिए प्रयास जारी रखा. नतीजतन, उनका आईएएस अधिकारी बनने का सपना इस बार पूरा हो गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, यूपीएससी की परीक्षा में सफल इन तीनों युवाओं का ग्रामीण क्षेत्र से गहरा नाता है.
इस बार युपीएससी परीक्षा में गोंदिया जिले के साकोली निवासी शुभम भैसारे को 97 वीं रैंक हासिल हुई. पिछली बार उन्हें 749 वीं रैंक हासिल हुई थी. जबकि यवतमाल जिले के वणी तहसील के शिरपुर निवासी सुमित रामटेके को वर्ष 2019 में 748 वीं रैंक हासिल हुई थी. इस बार उन्हें 358 वीं रैंक हासिल हुई है. इसी तरह वर्धा जिले के पुलगांव निवासी शुभम नगराले को इस बार 568 वीं रैंक हासिल हुई है. विदर्भ से परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाली चौथी परीक्षार्थी हैं आकांक्षा तामगाडगे. यवतमाल जिले के वणी शहर निवासी आकांक्षा ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी में सफलता हासिल की. वे 562 वीं रैंक पर है. आकांक्षा ने सेवाग्राम स्थित महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया है.
* प्रयास करते रहो
अपनी सफलता पर शुभम भैसारे ने कहा कि, जो भी सपने देखो, उसे पूरा करने के लिए लगातार प्रयास करते रहना चाहिए, एक दिन सफलता निश्चित रुप से मिलती है.
* आईएएस बनना था
शुभम नगराले ने कहा कि, उनका बचपन से सपना आईएएस अधिकारी बनने का था. यही वजह है कि, उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी. एक बार उन्हें आईआरएस बनने, लेकिन उन्हें आईएएस अधिकारी बनना था. लिहाजा, प्रयास जारी रखे. सफलता हासिल हो गई.
* आज सपना पूरा हुआ
सुमित रामटेके ने कहा कि, उन्हें आईपीएस अधिकारी बनने का सपना लिए पूरी जी जान से तैयारी शुरु की. वर्ष 2019 में मामूली अंतर से आईपीएस अधिकारी बनने का सपना पूरा नहीं हो पाया. पूरी लगन के साथ दोबारा तैयारी शुरु की. इस बार सपना पूरा हो गया.
* विशाल का आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ
नरखेड के विशाल खत्री ने यूपीएससी की परीक्षा में 236 वीं रैंक हासिल की है. इससे पूर्व विशाल ने वर्ष 2019 में भारतीय वन सेवा की परीक्षा में सफलता हासिल की थी. उनका आईएएस अधिकारी बनने का सपना था. इस समय देहरादून (उत्तराखंड) में वन सेवा अकादमी में प्रशिक्षण हासिल कर रहे विशाल ने परीक्षा दी. विशाल ने नरखेड की नगर परिषद हाईस्कूल में कक्षा 10 वीं तक की शिक्षा हासिल की. नागपुर के शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय से 12 वीं तक की शिक्षा हासिल की थी. इसके बाद आईआईटी पवई से उन्होंने बीटेक किया. यंग इंडिया फेलोशिप के तहत सोनीपत हरियाणा से स्नातकोत्तर तक शिक्षा हासिल की.

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