महाराष्ट्र

21 मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में महायुति को मिली जीत

सपा विधायक रईस शेख ने ‘वोट जिहाद’ को किया खारिज

मुंबई /दि.26– पूरा मुस्लिम समाज भाजपा के खिलाफ वोट जिहाद करते हुए एक गठ्ठा पद्धति से मतदान करेगा. इस आशय का दावा विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा सहित कुछ राजनीतिक दलों द्वारा किया गया था. जिसे विधानसभा चुनाव के नतीजों ने पूरी तरह से खारिज कर दिया. क्योंकि मुस्लिम बहुल 38 विधानसभा क्षेत्रों में से 21 क्षेत्रों में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति ने जीत हासिल की है. इन 38 विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम जनसंख्या 20 से 52 फीसद तक है और इनमें से 21 निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के प्रत्याशी काफी बडी लीड हासिल करते हुए जीते है और इन 21 निर्वाचन क्षेत्रों से जितने वाले महायुति के सभी प्रत्याशी हिंदू ही है. यह अपने आप में विशेष बात है. जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, वोट जिहाद जैसी कोई बात थी ही नहीं. इस आशय का प्रतिपादन भिवंडी पूर्व से समाजवादी पार्टी के विधायक रहने वाले रईस शेख द्वारा किया गया.
सपा विधायक रईस शेख के मुताबिक यदि मुस्लिम समाज की ओर से वोट जिहाद जैसी कोई बात होती, तो ऐसा चित्र दिखाई नहीं देता, बल्कि महायुति के प्रत्याशी हजार-पाच सौ वोट से आगे पीछे रहे होते. इसके साथ ही विधायक रईस शेख का यह भी कहना रहा कि, वे खुद मुस्लिम विधायकों में रिकॉर्ड 52 हजार वोटों की लीड के साथ भिवंडी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीते है. भिवंडी पूर्व निर्वाचन क्षेत्र मुस्लिम बहुल रहने के बावजूद उन्हें हिंदू मतदाताओं ेक 18 हजार वोट मिले है. इसके अलावा कागल व सिल्लोड जैसे हिंदू बहुल निर्वाचन क्षेत्रों से हसन मुश्रीफ व अब्दूल सत्तार जैसे मुस्लिम विधायक भी चुनकर आये है.
इसके साथ ही विधायक रईस शेख का यह भी कहना रहा कि, विधानसभा चुनाव में महायुति ने 6 व महाविकास आघाडी ने 11 मुस्लिम प्रत्याशी दिये थे. साथ ही के 288 निर्वाचन क्षेत्रों से कुल 420 मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे. जिसमें से 10 मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव जीते है. जिनमें कांग्रेस के 3, समाजवादी पार्टी के 2, अजीत पवार गुट वाली राकांपा के 2, शिंदे गुट वाली शिवसेना के 1, शिवसेना उबाठा के 1 तथा एमआईएम के 1 मुस्लिम विधायक का समावेश है. इसी तरह वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भी 10 मुस्लिम विधायक चुने गये थे.
विधायक शेख के मुताबिक राज्य में मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या 11.56 फीसद है. जबकि विधानसभा में मुस्लिमों का प्रतिनिधित्व केवल 3.47 फीसद और विधान परिषद में मात्र 1.2 प्रतिशत प्रतिनिधित्व है. इसके साथ ही विधायक शेख ने यह भी कहा कि, इस बार भी भाजपा ने किसी मुस्लिम व्यक्ति को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया था. साथ ही साथ वर्ष 2004 के बाद एमआईएम के इम्तियाज जलील को छोडकर राज्य में कोई मुस्लिम व्यक्ति सांसद भी चुनकर नहीं आया.

* महायुति द्वारा जीते गये मुस्लिम बहुल क्षेत्र
भाजपा – भिवंडी (पश्चिम), औरंगाबाद (पश्चिम), अंधेरी (पश्चिम), अकोट, बांद्रा (पश्चिम), सोलापुर (मध्य), धुले शहर, नागपुर (मध्य), सायन-कोलीवाडा, कारंजा, पुणे कैंटोनमेंट, रावेर, वाशिम व मलकापुर.
शिवसेना (शिंदे) – औरंगाबाद (पूर्ण), कुरला, चांदीवली, नांदेड (उत्तर), नांदेड (दक्षिण) व सिल्लोड.
राकांपा (अजीत पवार) – अमरावती, कागल व अनुशक्तिनगर.

Back to top button