महाराष्ट्र

राज्य में अब भी घरों में ही हो रही पांच प्रतिशत प्रसुती

राष्ट्रीय कुटूंब स्वास्थ्य सर्वेक्षण की जानकारी

मुंबई/ दि.6 – राज्य के 36 जिलों में पांच प्रतिशत महिलाओं की प्रसुती घर पर ही हो रही है. 95 प्रतिशत प्रसुती अस्पताल में की जा रही है. राष्ट्रीय प्रमाण की तुलना में राज्य में शासकीय व नगरपालिका के अस्पतालों में होने वाली प्रसुतियों का प्रमाण सात प्रतिशत दर्ज किया गया. वहीं राष्ट्रीय स्तर पर यह प्रमाण 88.6 फीसदी है. राज्य स्वास्थ्य केंद्र, अस्पताल में प्रसुती का प्रमाण पिछले पांच वर्षो में बढा है. राष्ट्रीय कुटूंब स्वास्थ्य सर्वेक्षण की साल 2015-16 रिपोर्ट के अनुसार राज्य में यह प्रमाण 90 फीसदी था अब इसमें वृद्धि होकर 95 फीसदी पर पहुंच गया है.
शहरी भाग में पहली गर्भधारण, सुशिक्षित महिलाओं का अस्पताल में प्रसुती होने का प्रमाण अधिक है. राज्य के सिंधुदुर्ग, भंडारा, नागपुर, चंद्रपुर व मुंबई जिले में शत प्रतिशत प्रसुती स्वास्थ्य केंद्र के प्रसुतीगृह में हुई है. राज्य के अन्य 18 जिलों में यह प्रमाण 95 प्रतिशत है. रिपोर्ट के अनुसार नंदूरबार में 56 प्रतिशत प्रसुती स्वास्थ्य केंद्र में हुई है. इस साल राष्ट्रीय कुटूंब स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार इसमें वृद्धि हुई और यह प्रमाण 76 फीसदी पर पहुंच चुका है.
सीजर से प्रसुती के प्रमाण में 25 फीसदी वृद्धि
राष्ट्रीय कुटूंब आरोग्य स्वास्थ्य समिति की पिछली रिपोर्ट के अनुसार 3.6 फीसदी प्रसुती तकनीकी विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में हो रही है. पांच वर्षो में सीजर से प्रसुती का प्रमाण 25 फीसदी बढा है.

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