राज्य में जल्द बजेगा मनपा व जिप चुनावों का बिगुल
जुलाई से अक्तूबर माह के दौरान रह सकती है चुनावी धामधूम
मुंबई/दि.7– इस समय राज्य में राज्यसभा चुनाव को लेकर चुनावी घमासान मचा हुआ है. वहीं राज्यसभा चुनाव के बाद जिला परिषद व पंचायत समिती के चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां और भी अधिक तेज हो सकती है. उल्लेखनीय है कि, राज्य में विगत लंबे समय से जिला परिषदों व महानगरपालिकाओं के चुनाव अटके पडे है. जिन्हें करवाये जाने का मुहूर्त राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तय कर लिया गया है और आगामी जुलाई से अक्तूबर माह के दौरान राज्य में जिला परिषद व महानगरपालिकाओं के चुनाव कराये जा सकते है. ऐसे में अगले माह से राज्य में चुनावी गतिविधियां तेज होती दिखाई देगी.
स्थानीय स्वायत्त निकायों के आगामी चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कुछ संकेत दिये गये है. जिसके मुताबिक 31 मई तक की मतदाता सूची को ग्राह्य माना जायेगा. बता दें कि, ओबीसी आरक्षण के मामले को लेकर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में राज्य सरकार द्वारा बनाये गये कानून को खारिज करते हुए 15 दिन के भीतर चुनाव करवाये जाने की घोषणा करने के संदर्भ में निर्देश दिया था. जिसके बाद सभी स्थानीय स्वायत्त निकायों में प्रभाग रचना व आरक्षण के ड्रॉ की प्रक्रिया शुरू की गई और अब जल्द ही राज्य की 14 महानगरपालिकाओं व 25 जिला परिषदों में चुनावी बिगूल बज सकता है तथा जुलाई से अक्तूबर माह के दौरान स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं के चुनाव करवाये जा सकते है.
* इन महानगरपालिकाओं के होने हैं चुनाव
राज्य में 14 महानगरपालिकाओं का कार्यकाल खत्म हो चुका है. जिनमें अमरावती, अकोला, नागपुर, मुंबई, पुणे, ठाणे, नासिक, पिंपरी-चिचवड, कल्याण-डोंबिवली, नवी मुंबई, वसई-विरार, उल्हास नगर, औरंगाबाद, कोल्हापुर व सोलापुर महानगरपालिकाओं का समावेश है.
* इन जिला परिषदों में होगा चुनाव
इस समय राज्य की 25 जिला परिषदों का भी कार्यकाल खत्म हो चुका है. जिनमें अमरावती, यवतमाल, बुलडाणा, वर्धा, चंद्रपुर, गडचिरोली, रायगड, रत्नागिरी, सिंधुदूर्ग, नासिक, जलगांव, अहमदनगर, पुणे, सातारा, सांगली, सोलापुर, कोल्हापुर, औरंगाबाद, जालना, परभणी, हिंगोली, बीड, उस्मानाबाद इन जिला परिषदों का समावेश है.