अमरावतीमहाराष्ट्र

हाई ब्लड प्रेशर को लेकर कई भ्रांतियां

आज उच्च रक्तचाप दिन

* नियमित जांच करना आवश्यक
अमरावती/दि.17– उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर को लेकर कई भ्रांतियां हैं. बहुत से लोग सोचते हैं कि मुझे कोई समस्या नहीं है, लेकिन इस छिपे हुए शत्रू की नियमित रूप से जांच करना आवश्यक है, यह राय विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की जा रही है. आज 17 मई को उच्च रक्त दिवस के अवसर पर विशेषज्ञों से संपर्क करने पर उन्होंने इस बीमारी पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता जताई.
इस बीमारी में शरीर में रक्त उच्च दबाव में प्रवाहित होता है. अगर ब्लड प्रेशर नियंत्रण में न हो तो शरीर पर असर पडता है.

उच्च रक्तचाप से दृष्टि हानि, किडनी फेल आदि का खतरा होता है. इसके साथ ही हृदय रोग का भी खतरा रहता है. उच्च रक्तचाप वाले 30 प्रतिशत रोगियों में कोलेस्ट्रॉल बढने का खतरा, 25 प्रतिशत में यूरिक एसिड बढने का खतरा, और 15 से 40 प्रतिशत मरीजों को मोटापे की तकलीफ होती है. इसलिए, यदि उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखा जाए, तो अन्य जटिलताओं से बचा जा सकता है. दरअसल, हाई ब्लड प्रेशर एक जीवनशैली से जुडी बीमारी है. इसलिए तनाव मुक्त और संतुलित जीवनशैली यह इलाज का पहला कदम है.
आहार में फैटयुक्त, तैलीय, फास्ट फूड और जंक फूड, अधिक नमक वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए. खाने में ऊपर से नमक न लें, नियमित व्यायाम करें. लेकिन इसके साथ-साथ दवा की भी जरूरत है, ऐसा हृदय रोग विशेषज्ञों का कहना है. विशेषज्ञों का कहना है कि, उच्च रक्तचाप वाले लोगों को किसी भी बीमारी का खतरा सबसे अधिक होता है, लेकिन यदि रक्तचाप को नियंत्रण में रखा जाए तो जटिलताओं से बचा जा सकता है.

40 साल की उम्र के बाद हर किसी को हर तीन महीने में कम से कम एक बार अपना रक्तचाप जांचना चाहिए. विशेषज्ञों ने बताया कि, शुरुआत में इसके ज्यादा लक्षण नहीं दिखते, इसलिए कई लोग ऐसे व्यवहार करते हैं जैसे उन्हें कुछ हुआ ही नहीं है. लेकिन बीमारी बढने पर पैरालिसीस और दिल का दौरा पडने का खतरा रहता है.

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