महाराष्ट्र

कई प्रादेशिक दल होंगे कांग्रेस में विलीन

शरद पवार का बडा बयान

* मोदी के विचार हमारे गले उतरना कठिन
मुंबई/दि.08– राकांपा शरद पवार गुट के सर्वेसर्वा शरद पवार ने बडा बयान देते हुए कहा कि अगले दो वर्षो में कई प्रादेशिक पार्टियां कांग्रेस के साथ समन्वय से काम करेगी अथवा कांग्रेस में ही विलीन हो जायेगी. वे अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस को दी भेटवार्ता में बोल रहे थे. अपनी राकांपा के बारे में उन्होंने फिलहाल कुछ कहने से मना कर दिया. सहयोगियों से चर्चा कर निर्णय लेने की बात पवार ने कही. मराठा क्षत्रप ने यह जरूरी कहा कि वैचारिक रूप से शरद पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस नजदीकी दल है.

महाराष्ट्र की राजनीति में शरद पवार के बयान को अहमियत दी जाती है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के बारे में बडा बयान कर दिया है. शरद पवार के अनुमान से प्रश्न उठाया जा रहा कि क्या उनकी राकांपा भी कांग्रेस में विलीन होगी ? पवार ने इस बारे में सामूहिक रूप से निर्णय लेने का उत्तर दिया है.

पवार की पार्टी राकांपा में विभाजन पश्चात अजीत पवार भारतीय जनता पार्टी के साथ एनडीए ने शामिल हो गए. राकांपा की चुनाव निशानी और नाम अजीत पवार को मिल गया है. उस समय कहा जा रहा था कि शरद पवार भी भाजपा के साथ चले जायेंगे. पवार ने इसका स्पष्ट इनकार किया. इस इंटरव्यू में भी उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी से तालमेल अथवा उनके विचार हमारे गले उतरना मुश्किल है. पवार के ताजा विधान से विविध चर्चा शुरू हो गई है.

* क्या कहा पवार ने
शरद पवार ने कहा कि 2024 के चुनाव पश्चात प्रादेशिक दल करीब होंगे अथवा कुछ तो कांग्रेस में विलीन हो जायेंगे. उन्हें लगता है कि विलीन हो जाने का पर्याय उनके दल हेतु सर्वोत्तम हैं. पवार ने कहा कि कांग्रेस और हम में अधिक फर्क नजर नहीं आता. वैचारिक रूप से हम गांधी, नेहरू विचारधारा के हैं.

शरद पवार ने कहा कि चुनाव में महाराष्ट्र के सत्ताधारी दल के विरूध्द अंडर करंट महसूस हो रहा है. राजकीय दलों के बडे वर्ग को भाजपा और मोदी पसंद नहीं. वे एक हो रहे हैं. देश में भी मूड मोदी विरोधी होने का दावा पवार ने किया. शरद पवार ने कहा कि जिन लोगों ने मोदी के साथ जाने के लिए पार्टी छोडी, जनता उन्हें पसंद नहीं कर रही. बारामती में हम जीतेंगे. पवार परिवार हर वर्ष दिवाली एकत्र मनाता आया है. राजकीय रूप से वे लौटेंगे तो उन्हें हम स्वीकार नहीं करेंगे.

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