मराठा सर्वेक्षण समाप्त, 3 करोड मकानों की जानकारी संकलित
सर्वाधिक सर्वेक्षण मराठवाडा में, पुणे और अमरावती विभाग में 90 फीसद सर्वेक्षण
पुणे/दि.03– राज्य पिछडा वर्ग आयोग ने मराठा और ओपन प्रवर्ग का सर्वेक्षण करने के लिए 23 जनवरी से 2 फरवरी ऐसे 10 दिनों की कालावधि दी थी. इसके मुताबिक राज्य में डेढ लाख से अधिक प्रगणकों ने करीबन 3 करोड से अधिक मकानों का सर्वेक्षण पूर्ण किया. देश में पहली बार ऐसा सर्वेक्षण किया गया है. इस जानकारी के आधार पर मराठा समाज के पिछडेपन की जांच का प्राथमिक काम किया जाने वाला है. इसकी रिपोर्ट आयोग को एक सप्ताह में प्रस्तुत की जाएगी.
राज्य में इसके पूर्व 2017 में राज्य पिछडा वर्ग आयोग ने ही करीबन 45 हजार परिवार का सर्वेक्षण किया था. लेकिन इस बार राज्य के सभी परिवार का सर्वेक्षण करने का निर्णय लिया गया. शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक राज्य के 2 करोड 72 लाख 57 हजार 735 मकानों का सर्वेक्षण पूर्ण किया गया था.
* मध्यरात्रि तक शुुरु था पंजीयन का काम
राज्य में करीबन 1 लाख 70 हजार 469 प्रगणकों की नियुक्ति की गई. एप में शुरुआत में तकनीकी समस्या निर्माण होने से आयोग ने सर्वेक्षण के लिए दो दिनों की समयावधि बढाकर दी. इसके मुताबिक शुक्रवार रात 11.59 बजे तक सर्वेक्षण के लिए एप शुरु रखा गया था.
* सर्वेक्षण के सवालों की जानकारी देने में टालमटोल
– सर्वेक्षण में मिली जानकारी गोखले इंस्टिट्यूट की तरफ संकलित की जाने वाली है.
– सर्वेक्षण करते समय अनेक स्थानों पर घर बंद रहने से उन घरों के परिवारों की जानकारी ली नहीं जा सकी.
– सर्वेक्षण के दौरान 181 प्रश्नों के जवाब देते समय टालमटोल किया गया.
– कुछ लोगों ने जानकारी ही नहीं दी. यह जानकारी मूल सूचना से छोडी जाने वाली है.
– सर्वेक्षण पूर्ण हुए घरों की एक मुश्त जानकारी राज्य पिछडावर्ग आयोग को दी जाने वाली है.
– पश्चात इस जानकारी का विभाजन कर उनकी इकट्ठा रिपोर्ट एक सप्ताह में राज्य सरकार को प्रस्तुत की जाने वाली है.