मुंबई व पुणे में मेडिकल प्रवेश का कट ऑफ बढेगा
नीट परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को करनी होगी अधिक तैयारी
पुणे हिंस/दि.९ – मेडिकल पाठ्यक्रमों (Medical courses) में प्रवेश हेतु ७०-३० प्रतिशत के कोटे का नियम रद्द करने का निर्णय लिये जाने के चलते समूचे महाराष्ट्र राज्य के विद्यार्थियों की मेडिकल प्रवेश के लिए एक-दूसरे के साथ स्पर्धा होगी. मौजूदा स्थितियों का विचार करने पर पता चलता है कि, इस निर्णय के चलते मराठवाडा के विद्यार्थियों को काफी फायदा होगा.
वहीं विदर्भ, कोंकण व पश्चिम महाराष्ट्र के विद्यार्थी इस फैसले से खासे प्रभावित होंगे. ऐसे में आगामी १३ सितंबर को ली जानेवाली नीट परीक्षा के लिए सभी विद्यार्थियों को काफी अधिक तैयारियां करनी होगी. बता दें कि, गत रोज वैद्यकीय शिक्षा मंत्री अमीत देशमुख ने मेडिकल प्रवेश में कोटा आरक्षण पध्दति को रद्द करने की घोषणा की. ऐसे में अब राज्य के सभी महाविद्यालयों में मेरीट के आधार पर ही प्रवेश मिलेगा.
इससे पहले पश्चिम महाराष्ट्र के विद्यार्थियों को ७६ फीसदी कोटे की वजह से काफी अधिक सीटें उपलब्ध हुआ करती थी और उन्हें पुणे व मुंबई के नामांकित महाविद्यालयों में प्रवेश मिला करता था. इससे उलट विदर्भ व मराठवाडा के विद्यार्थियोें में गुणवत्ता रहने के बावजूद भी उन्हें केवल अपने क्षेत्र के महाविद्यालयों में प्रवेश लेना पडता था. किंतु अब राज्य में सभी विद्यार्थियों को समसमान मेरीट के आधार पर ग्राह्य माना जायेगा. ऐसे में नामांकित अनुदानित महाविद्यालयों में कट ऑफ को २५ अंकों से बढाने की संभावना जतायी जा रही है. जिसके चलते मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने की इच्छा रहनेवाले सभी विद्यार्थियों को अब नीट परीक्षा के लिए जबर्दस्त ढंग से तैयारी करनी होगी.