मुंबई/दि. ३ – एंटीलिया मामले में NIA की जांच में एक नई बात सामने आई है. पता चला है कि मीना जॉर्ज नाम की महिला सचिन वाजे के न सिर्फ पैसों का हिसाब रखती थी, बल्कि मुंबई के वर्सोवा इलाके में मौजूद DCB बैंक में सचिन वाजे और मीना जॉर्ज का ज्वाइंट वेंचर अकाउंट और लॉकर भी मौजूद था. सचिन वाजे की गिरफ्तारी से पहले इस ज्वाइंट वेंचर अकाउंट में करीब 26 लाख रुपये थे. इसके अलावा कुछ महत्वपूर्ण कागजात भी मौजूद थे.
13 मार्च को NIA ने सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 18 मार्च को इस अकाउंट के लॉकर से सारी रकम निकाल ली जाती है. महज 4000 रुपये अकाउंट में रह जाते हैं. अब NIA इस बात की जांच कर रही है कि एकदम इतना पैसा क्यों निकाला गया? ये पैसे कहां से आए और मीना जॉर्ज का इसमें क्या रोल है?
NIA के सूत्रों के मुताबिक मीना जॉर्ज ही सचिन वाजे के सारे पैसे को संभालने का काम करती थी. मीना जॉर्ज ने मुंबई से सटे मीरा रोड इलाके में एक फ्लैट किराए पर ले रखा था. हालांकि सचिन वाजे के वकील आबाद पोंडा ने बताया है कि सचिन वाजे का कोई भी ज्वाइंट वेंचर अकाउंट मौजूद नहीं है.
मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाजे को 7 अप्रैल तक NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की कस्टडी में भेजा गया है. सचिन वाजे के भाई सुधारम वाजे ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उन्हें न्यायिक प्रक्रिया और NIA में पूरा विश्वास है. बता दें कि सचिन वाजे एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन हत्या मामले में मुख्य आरोपी है.
NIA ने सचिन वाजे के खिलाफ अनलॉफुल एक्टिविटीज (प्रीवेन्शन) एक्ट यानी UAPA की कई धाराएं भी लगाई हैं. इससे पहले सचिन वाजे के वकील ने कोर्ट में आवेदन दिया था कि उन्हें सीने में दर्द और हार्ट ब्लॉकेज की समस्या रहती है. इसके बाद NIA कोर्ट ने वाजे की मेडिकल रिपोर्ट मांगी है. NIA ने 13 मार्च को उसे गिरफ्तार किया था. शनिवार को ही उसकी कस्टडी खत्म हो रही थी.