बचपन की यादों से प्राप्त होती है नम्रता की शिक्षा
पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर का प्रतिपादन
मुंबई./ दि.25 – बचपन की यादों से प्राप्त होती है नम्रता की शिक्षा. आपने भी चित्रों के माध्यम से बचपन को उकेरा है ऐसा प्रतिपादन राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने व्यक्त किया. वे चित्रकार सुनील यावलीकर व्दारा आयोजित चित्र प्रदर्शनी के उद्घाटन के अवसर पर मुंबई के जहांगीर कलादान में बोल रही थी. उनके हस्ते प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया. इस समय प्रसिद्ध लेखक अचूत पालव तथा संत गाडगेबाबा महाराज की वाहनचालक भाऊराव काले प्रमुख रुप से उपस्थित थे.
राज्य की महिला व बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने आगे कहा कि, सुनील यावलेकर के चित्रों में प्रत्येक व्यक्ति को अपना बचपन दिखाई देगा. इस अवसर पर संत गाडगेबाबा महाराज के ड्रायवर भाऊराव काले ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम का संचालन अमोल पाटिल ने किया तथा आभार सचिन परब ने माना. यावलीकर के चित्रों की प्रदर्शनी जहांगीर कलादान में 28 मार्च तक सुबह 11 से शाम 7 बजे तक कलारसिकों के लिए शुरु रहेगी.