महाराष्ट्र

लॉकडाउन के खिलाफ व्यापारी संगठन हुए उग्र

 राज्य में कई स्थानों से उठ रहे विरोध के स्वर

  • 8 जिलों में ही है नया वेरियंट, तो पूरे राज्य में लॉकडाउन क्यों?

मुंबई/दि.28 – राज्य में कोविड संक्रमण की रफ्तार कम होने के चलते विगत 15 जून को ही प्रतिबंधों को शिथिल किया गया था. वहीं अब सोमवार से एक बार फिर समूचे राज्य में कडे प्रतिबंध लागू किये गये है. जिसे लेकर कई व्यापारी संगठन अब सरकार के खिलाफ आवाज उठाते दिखाई दे रहे है. व्यापारी संगठनों का कहना है कि, जब समूचे राज्य के केवल 8 जिलों में मात्र 21 डेल्टा वेरियंट संक्रमित मरीज पाये गये है, तो पूरे राज्य में प्रतिबंध क्यों लागू किया जा रहा है? साथ ही व्यापारी संगठनों का यह भी कहना रहा कि, जब राज्य में रोजाना करीब 25 हजार मरीज पाये जा रहे थे, तब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की गई और अब जब रोजाना 10 हजार से भी कम मामले सामने आ रहे है, तो सरकार द्वारा राज्य में कडा लॉकडाउन लगाया जा रहा है.
बता दें कि, राज्य में कोविड संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे तथा डेल्टा प्लस वेरियंट के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा शुक्रवार को एक बार फिर समूचे राज्य में कडे प्रतिबंध लागू करने का फैसला किया गया. जिसके तहत अनलॉक में दी गई छूट का दायरा घटाया गया. ऐसे में अब समूचे राज्य में सभी तरह के व्यापारी प्रतिष्ठान शाम 7 बजे तक की बजाय दोपहर 4 बजे तक ही खुली रहेंगी तथा शनिवार व रविवार को जीवनावश्यक वस्तुओं की दुकानों के अलावा अन्य सभी आस्थापनाओं विक एन्ड लॉकडाउन के तहत बंद रखा जायेगा. इसके अलावा समूचे राज्य में अन्य कई तरह के प्रतिबंध भी लागू किये गये है. ऐसे में राज्य में कई स्थानों पर व्यापारिक संगठन बेहद आक्रामक भुमिका अपनाते दिख रहे है और कोल्हापुर व इचलकरंजी जैसे स्थानों पर व्यापारी रात 11 बजे तक अपनी दुकाने खुली रखने की घोषणा कर चुके है. इसी तरह राज्य में अन्य कई स्थानों पर भी व्यापारी संगठनों द्वारा विक एन्ड लॉकडाउन का पालन नहीं करने तथा शनिवार व रविवार को भी अपने व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रखने की घोषणा की गई है. व्यापारियों का कहना है कि, जब राज्य में केवल कुछ जिलों में ही वायरस का नया वेरियंट पाया गया है, तो समूचे राज्य में कडे प्रतिबंध व लॉकडाउन क्यों लागू किया जा रहा है.
वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर सरकार की ओर से कहा गया है कि, विगत जनवरी माह में माना जा रहा था कि, महाराष्ट्र में धीरे-धीरे कोविड संक्रमण खत्म होने की ओर अग्रेसर है, लेकिन फरवरी माह से अमरावती जिले में कोविड का संक्रमण बढना शुरू हुआ था. उस समय सरकार द्वारा केवल अमरावती जिले में ही लॉकडाउन लगाया गया था और अन्य सभी जिले खुले हुए थे. जिसकी वजह से संक्रमण की दूसरी लहर राज्य के अन्य जिलों के साथ-साथ देश के विभिन्न हिस्सों तक जा पहुंची और समूचे देश में दूसरी लहर के दौरान बेहद बिकट स्थिति पैदा हुई थी. इससे सबक लेते हुए राज्य सरकार द्वारा तीसरी लहर के खतरे को समय रहते रोकने हेतु समूचे राज्य में कडे प्रतिबंधों के साथ आंशिक लॉकडाउन लगाया गया है. जिसका सभी के द्वारा पालन किया जाना बेहद जरूरी है. अन्यथा हालात बिगडने पर एक बार फिर पूर्ण लॉकडाउन लगाना पड सकता है.

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