अमरावतीमहाराष्ट्र

उद्योग राज्य मंत्री इंद्रनील नाइक ने उद्योजकों से की चर्चा

अमरावती /दि. 29– गणतंत्र दिवस के उपलक्ष में आयोजित अमरावती के शासकीय समारोह के ध्वजारोहण के लिए पधारे उच्चशिक्षित युवा, उद्योग, उच्च एवं तंत्र शिक्षण, सार्वजनिक बांधकाम, आदिवासी विकास, पर्यटन, मृद एव जलसंधारण राज्यमंत्री इंद्रनील नाइक का गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या को अमरावती आगमन हुआ. अमरावती पोहचने के पूर्व ही उन्होंने अमरावती चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री से अमरावती के उद्योजकों से रूबरू होने का मानस दर्शाया था. इस तरह शाम साढ़े छ बजे शासकीय विश्रांति गृह पर मंत्री महोदय के साथ उद्योजकों का चर्चा सत्र आयोजित किया गया. सर्वप्रथम अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने मंत्री महोदय का स्वागत कर उद्योजकों को अपने-अपने विचार व्यक्त करने का आवाहन किया .
* हेड ऑफीस करता है विलंब – वीरेन्द्र लढ्ढा
चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारणी सदस्य एव सातुर्ना सहकारी औद्योगिक वसाहत के अध्यक्ष वीरेन्द्र लढ्ढा ने अपना मत प्रदर्शित करते हुए कहा कि, क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर यानी मूलभूत पाया सुविधा के बारे में शासन का ऐसा निर्णय है कि 75% खर्चा सरकार को करना है और 25% संस्था ने करना चाहिए. उसके लिए हमारी संस्था ने उद्योग विभाग मुंबई को हमारा आवेदन जिला उद्योग केंद्र अमरावती के मा़र्फत दिया है उसके ऊपर निर्णय होना जरूरी है ऐसा हमारा मानना है .किंतु हेड ऑफिस वाले उस पर निर्णय लेने में विलंब करते है. आपने इस विषय को गंभीरता से लेना चाहिए. तदहेतु अमरावती एव नागपुर संभाग की विशेष स्वतंत्र मीटिंग कोऑपरेटिव सेक्टर के इंडस्ट्री वसाहत के लिए लेना चाहिए ताकि यहां की जो पुरानी सहकारी संस्थाएं है उनका उद्योग से संबंधित उनकी समस्या का निवारण हो सके. एमआईडीसी और सहकारी औद्योगिक में साथ में एक सरीसे उद्योग रहने के बावजूद दोनों वसाहत के कायदे में तफावत क्यों? इस पर भी एक चर्चा होना जरूरी है.
* किरण पातुरकर ने उठाई पानी की समस्या
एमआईडीसी के अध्यक्ष किरण पातुरकर ने जीवन प्राधिकरण को एमआईडीसी अमरावती ने शुल्क अदा करने के बावजूद भी पानी की समस्या सुचारू नही हो पाई इस लिए समय अवधि निर्धारित कर इस समस्या को तुरंत सुलझाना जरूरी है ऐसी मांग रखी साथ ही उन्होंने आईटी पार्क की जरूरत का महत्व विशद किया.
* दाल मिलों को समस्याएं – नरेश वर्मा
चेंबर के उद्योग समिति के चेयरमेन नरेश वर्मा ने एमआईडीसी के पानी की निम्न गुणवत्ता के दर्जे को बतलाते हुए उन्होंने कहा कि उस कारण दाल मिल जैसे उद्योगों के प्रोडक्शन में समस्याए आ रही है. साथ ही उन्होंने आगे कहा कि उद्योजक पर्यावरण के लिए पेड़ लगाते है किंतु जब पेड़ बड़े होते है तो उसे महावितरण वाले आकर काट देतें है. यदि सरकार अंडरग्राउंड बिजली सप्लाई के काम को चलना देंगी तो पर्यावरण की रक्षा हो पाएगी.
* सुरक्षा किसकी जिम्मेदारी – आफाक सूभेदार
नांदगांव पेठ एमआईडीसी के अध्यक्ष आफाक सूभेदार ने नांदगांव पेठ एमआईडीसी के उद्योजक पर हाल ही में हुए हमले की जानकारी देते हुए कहा कि इससे उद्योजकों का मनोबल टूट रहा है. उन्हें सुरक्षा प्रदान करवाना सरकार की जिम्मेदारी है. सरकार ने इस बात का विशेष ध्यान देना चाहिए.इस वक़्त उन्होंने मंत्री महोदय को नांदगांव पेठ एमआईडीसी के एसोसिएशन के कार्यालय को उद्घाटित करने आमंत्रित किया.
वीरेन्द्र गनेड़ीवाल अविनाश कानतुटे ने भी रखे विचार
अमरावती चेंबर के सदस्य अविनाश कानतुटे एव वीरेन्द्र गनेड़ीवाल ने एमआईडीसी के उद्योजकों को अमरावती महानगर पालिका से लग रहे टैक्स का मुद्दा उपस्थित करते हुए कहा कि जिस तरह महानगरपालिका बनने के बाद एमआईडीसी का क्षेत्र मनपा के कार्यक्षेत्र में आ गया उसी तरह नासिक एमआईडीसी की भी अवस्था हुई थी किंतु उन्हें मनपा कर से मुक्त किया किंतु अमरावती आज भी मनपा के दायरे में रहने से प्रोपर्टी टैक्स का बहोत बड़ा बोझ उद्योजकों पर आ रहा है एक ही राज्य में इस तरह का सौतेला व्यवहार न्याय संगत नही इसमें मंत्री महोदय ने हस्तक्षेप करना जरूरी है. प्रोपर्टी के हस्तांतरण पर खून के रिश्तेदार को लगने वाला कर उचित नही है. गुजरात सरकार ने जिस तरह इसे बंद किया है उसी तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार ने करना चाहिए. कृषि आधारित उद्योगों को जीएसटी लागू नही रहने से उन्हें कैश सब्सिडी का फायदा नही मिल पाता इस लिए उन उद्योगों के लिए कुछ पर्यायी विशेष सब्सिडी की व्यवस्था करनी चाहिए.
* नाइक से बढ गई उम्मीदे – विनोद कलंत्री
अमरावती चेंबर ऑफ कॉमर्स अँड इंडस्ट्री के अध्यक्ष विनोद कलंत्री ने मंत्री महोदय इंद्रनील नाइक के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपने उद्योजकों के साथ चर्चा करने की पहल की उससे हमारी भी आपसे उम्मीदे बढ़ गयी है .निकट समय मे आपने अमरावती के उद्योजकों के लिए विशेष मीटिंग का आयोजन करना चाहिए जिससे उसमें विविध उद्योजकों की सहभागिता बढ़े और उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके यह कहकर नाइक को उनके 27 जनवरी के जन्मदिन की शुभकामनाएं प्रदान की. सर्किट हाउस में आयोजित इस मीटिंग में एमआईडीसी के रीजनल मैनेजर प्रशांत पडालकर, जिला उद्योग केंद्र डीआईसी के जनरल मैनेजर नीलेश निकम, सहसंचालक रंजना पोल, जगदीश वाधवानी सहसचिव नीलेश काकिर्डे, एमआयडीसी अध्यक्ष किरण पातूरकर, सचिव आशीष सावजी, प्रकाश राठी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे.

* मंत्री नाईक ने दिया मीटिंग आहूत करने का आदेश
उद्योग मंत्री इंद्रनील नाइक ने सभी उपस्थित संगठनों की बातों को गम्भीरता से समझा और कुछ सूचना हाथोहाथ अधिकारियों को निराकरण करने की दी. साथ ही उन्होंने अमरावती के उद्योजकों के लिए विशेष मीटिंग जल्द ही बुलाने के प्रति आश्वस्त किया और आगे उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास में कोई भी बाधा आती है तो सरकार उसे सुलझाने के लिए वचन बद्ध है ऐसा मैं आपको भरोसा दिलाता हूं.

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