कोविड काल की विधवाओं का जीवनस्तर ऊंचा उठाने मिशन वात्सल्य अभियान
महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने दी जानकारी
मुंबई/दि.26 – कोविड काल में ग्रामीण भागों के साथ ही उपेक्षित वंचित घटकों की अनेक महिलाओं को अकाली वैधव्य आया. जिसके चलते उनके जीने का प्रश्न निर्माण हुआ ऐसे समय में इन महिलाओं का जीवनस्तर ऊंचा उठाने के लिए मिशन वात्सल्य अभियान अंतर्गत मदद किए जाने की जानकारी महिला व बालविकास मंत्री एड. यशोमती ठाकूर ने दी.
राज्य में गत डेढ़ वर्षों में ग्रामीण भागों में कोविड के कारण कर्ता पुरुष की मौत हो जाने से अनेक महिलाएं विधवा हुई है. कोविड-19 के कारण मार्च 2020 के बाद विधवा हुई महिलाओं की संख्या 15 हजार से अधिक है. इनमें से जिला कृति दल के पास सूची तैयार की गई महिलाओं की संख्या 14 हजार 661 है. ऐसी महिलाओं की सहायता करने के लिए तथा उन्हें लगने वाला प्रमाण पत्र दिलवाने के लिए 18 विविध सेवा देने का प्रयास महिला व बालविकास विभाग मार्फत शुरु है. इसमें संजय गांधी निराधार योजना सहित अनेक योजनाओं का समावेश है. विशेष रुप से ग्रामीण भाग की महिलाओं के लिए घरकुल योजना में भी किस पद्धति से लाभ दिया जा सकेगा, इस बाबत इस वात्सल्य मिशन अंतर्गत काम शुरु होने की जानकारी एड. यशोमती ठाकूर ने दी.
महिला व बाल विकास विभाग के कर्मचारी, बाल विकास प्रखल्प अधिकारी, स्थानीय युनिट अधिकारी व कर्मचारी तथा अंगणवाड़ी सेविका के माध्यम से ऐसी महिलाओं के घर-घर जाकर उन्हें इस सेवा का लाभ दिया जा रहा है. इस बाबत जानकारी भी दी जा रही है. अब तक राज्य में करीबन साढ़े दस हजार महिलाओं तक विभाग पहुंचा है. वहीं शीघ्र ही उन्हें विविध लाभ मिलेगा, ऐसा विश्वास भी एड. यशोमती ठाकूर ने व्यक्त किया है.
इस अभियान अंतर्गत दाखल आवेदन संख्या
-संजय गांधी निराधार अनुदान योजना के लिए 8 हजार 661 आवेदन.
-श्रावणबाल सेवा राज्य निवृत्ति वेतन योजना के लाभ हेतु 405 आवेदन
-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था निवृत्ति वेतन योजना हेतु 71 आवेदन
-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा निवृत्ति वेतन योजना का लाभ मिले, इसके लिए 1,209 आवेदन
-इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांग निवृत्ति वेतन योजना हेतु 3 आवेदन
इस तरह मिशन वात्सल्य अंतर्गत अब तक 10349 महिलाओं से संपर्क साध उनसे आवेदन दाखल करवाए गए हैं.