अमरावती की जलापूर्ति व भूमिगत गटर योजना को लेकर विधायक खोडके आक्रामक
विधानसभा में जमकर उठाया मुद्दा, उद्योग, सिंचाई, पर्यटन विकास, पुलिस वसाहत व सीसीटीवी कैमरे का मुद्दा भी उठाया

मुंबई /दि.19– राज्य विधान मंडल के जारी बजट पत्र में सरकार द्वारा वर्ष 2025-26 हेतु पेश किए गए बजटीय अनुदान पर चर्चा करते हुए अमरावती की विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती की जलापूर्ति व स्वच्छता, उद्योग विकास, पर्यटन, शहर सुरक्षा तथा पुलिस वसाहत निर्मिती व पद भर्ती जैसे विविध मुद्दों को बडे ही आक्रामक व प्रभावी तरीके से उठाते हुए इन सभी मुद्दो की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया.
इस समय विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, अमरावती शहर को आगामी 50 वर्ष तक जलापूर्ति करने हेतु 985.26 करोड रुपए की अमृत-2 अमरावती अतिरिक्त जलापूर्ति योजना को मंजूर हुए एक वर्ष से अधिक का समय बित चुका है. लेकिन इसके बावजूद अब तक निधि उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिसके चलते आज भी अमरावतीवासियों को हर एक दिन की आड में जलापूर्ति करने की नौबत का सामना करना पड रहा है और गर्मी के मौसम दौरान जलकिल्लत वाली स्थिति बन रही है. विधायक खोडके ने बताया कि, अमरावती शहर को जलापूर्ति करने हेतु मोर्शी के अप्पर वर्धा बांध से पानी छोडा जाता है. जिसके लिए सिंभोरा बांध से नेरपिंगलाई तक डाली गई डब्ल्यूटीपी पाइप लाइन पुरानी व जर्जर हो चुकी है. जिसका 30 वर्ष का आयुर्मान वर्ष 2024 में ही खत्म हो गया है. जिसके चलते इस्पात से बनी जलवाहिनी को डालना आवश्यक है. इस संदर्भ में सरकार द्वारा बैठक लेकर दिक्कतों को दूर किया जाना चाहिए. साथ ही संबंधित ठेकेदार को स्पष्ट निर्देश भी दिए जाने चाहिए. इसके अलावा विधायक सुलभा खोडके ने कहा कि, स्वच्छता की दृष्टि से भूमिगत गटर योजना-2 के लिए सरकार के पास प्रस्ताव भेजा गया है. ऐसे में 1700 करोड रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए केंद्र सरकार के पास आवश्यक फालोअप लिया जाना चाहिए.
इसके अलावा विधायक सुलभा खोडके का कहना रहा कि, बजट में वैनगंगा-नलगंगा नदी जोड प्रकल्प की घोषणा की गई है और यह प्रकल्प अमरावती से होकर गुजरेगा. जिसके चलते अमरावती में सिंचाई, उद्योग व जलापूर्ति आदि हेतु नदी जोड प्रकल्प के तहत नियोजन किया जाए. साथ ही अमरावती में तालाब कम रहने के चलते अमरावती एमआईडीसी हेतु पानी आरक्षित रखा जाए. ताकि उद्योगों के लिए पानी उपलब्ध हो सके. इसके अलावा औद्योगिक नीति के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती की नांदगांव पेठ एमआईडीसी में साकार होनेवाले मेगा टेक्सस्टाईल पार्क को जल्द शुरु करने के संदर्भ में महत्वपूर्ण मुद्दे रखे और कहा कि, इस टेक्सस्टाईल पार्क में रास्ते व विद्युत आपूर्ति के काम तो चल रहे है, परंतु वहां पर भूखंड के दाम अमरावती शहर की जमिनों से भी अधिक है. जिन्हें कम करने पर टेक्सस्टाईल पार्क में ज्यादा कंपनियां आएंगी और यहां पर निवेश करेंगी. जिससे उद्योग एवं रोजगार को गति मिलेगी. ऐसे में मेगा टेक्सस्टाईल पार्क में उद्योगों हेतु मूलभूत सुविधाओं का निर्माण करने हेतु निधि भी उपलब्ध कराई जानी चाहिए.
वर्ष 2025-26 के बजट पर चर्चा करते हुए विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती के पर्यटन विकास को भी गति देने हेतु राज्य सरकार के समक्ष निवेदन किया और कहा कि, अमरावती शहर में शिवटेकडी, वडाली तालाब व बांबू गार्डन जैसे प्रेक्षणीय स्थल है. वडाली उद्यान हेतु अमृत सरोवर-2 अभियान अंतर्गत 28 करोड रुपयों की योजना मंजूर है. परंतु निधि के अभाव में काम अटके पडे है. इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से भी हिस्सा मिलना आवश्यक है. जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा प्रयास किए जाने चाहिए. इसके अलावा विधायक सुलभा खोडके ने अमरावती शहर की सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस महकमें को सक्षम बनाए जाने पर भी जोर देते हुए कहा कि, अमरावती शहर में सुरक्षा की लिहाज से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने चाहिए और शहर के लगातार होते विस्तार को देखते हुए शहर में नए पुलिस थानों का निर्माण किया जाना चाहिए. इसके अलावा पुलिस वसाहत की पुरानी व जर्जर इमारतों को गिराकर पुलिस कर्मियों के निवास हेतु नई इमारतों का निर्माण किया जाना चाहिए.