मुंबई दि.6– हनुमान चालीसा पठन प्रकरण से विवाद में आए बडनेरा के विधायक रवि राणा सोमवार को मुंबई की विशेष अदालत में पेश हुए. इस दौरान अमरावती से निर्दलीय सांसद व उनकी पत्नी नवनीत राणा साथ में मौजूद नहीं थी.
राणा के वकील रिजवान मर्चेंट ने कहा कि उन्होंने अपने मुवक्किल को किसी और काम से यहां बुलाया था. इस दौरान विधायक राणा की ओर से उनके खिलाफ वारंट को रद्द करने का आग्रह किया गया. न्यायाधीश ने इसे अस्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई 17 दिसंबर तक स्थगित क दी. दरअसल, विगत 1 दिसंबर को कोर्ट ने अमरावती से सांसद नवनीत राणा और उनके पति व विधायक रवि राणा के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था. यह लगातार तीन सुनवाई में उपस्थित नहीं होने के मद्देनजर जारी किया था. हनुमान चालीसा विवाद मामले में जमानत देते समय कोर्ट ने राणा दंपति पर सुनवाई के दौरान उपस्थित रहने की शर्त रखी थी.
जाति प्रमाणपत्र से जुड़े मामले में नवनीत को राहत कायम
मुंबई की विशेष अदालत से सांसद नवनीत राणा और उनके पिता हरभजन सिंह कुंडलेस के फर्जी जाति प्रमाणपत्र से जुड़े मामले की सुनवाई 9 दिसंबर को रखी है. तब तक इस मामले में नवनीत और उनके पिता को पुलिस कार्रवाई से मिली अंतरिम राहत कायम रहेगी. पिछले दिनों इस मामले को लेकर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने सांसद राणा और उनके पिता के खिलाफ गैर जमानती वारंंट जारी किया था. नवनीत ने विशेष अदालत में आवेदन दायर कर जाति प्रमाणपत्र से जुड़े मामले को लेकर मुंबई मजिस्ट्रेट कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर रोक लगाने और वारंटको रद्द करने की मांग की है क्योंकि इससे संंबंंधित मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. सोमवार को विशेष न्यायाधीश आरएन रोकडे के सामने नवनीत के आवेदन पर सुनवाई हुई. इस दौरान न्यायाधीश के सामने उनके जाति प्रमाणपत्र के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश की प्रति रखी गई थी. इसके बाद न्यायाधीश ने सुनवाई 9 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी.