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विधायक सुहास कांदे की पालकमंत्री भुसे के कारभार पर नाराजी

संगठना में गलत लोगों का चयन किये जाने का कांदे का आरोप

* मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से करेंगे शिकायत
नासिक/दि.12- जिले के नांदगांव निर्वाचन क्षेत्र के विधायक सुहास कांदे ने शिंदे गुट के पदाधिकारियों के चयन पर नाराजी व्यक्त की है. विशेष बात यह है कि जिले के पदाधिकारी का चयन करते समय पालकमंत्री दादा भुसे ने हमें विश्वास में न लेते हुए पदाधिकारियों का चयन किये जाने का आरोप सुहास कांदे ने किया है. सुहास कांदे ने पदाधिकारियों का चयन पूरी तरह से गलत होने का खेद व्यक्त किया है. आगामी स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव के लिये जिले में शिंदे गुट के पदाधिकारियों की ओर से किसी भी प्रकार की तैयारी नहीं की जा रही, यह दुर्दैव होने की बात सुहास कांदे ने कही. उन्होंने दावा किया है कि गलत पदाधिकारियों के कारण शिंदे गुट को फटका बैठ सकता है. जिसके चलते अब नाशिक जिले में सुहास कांदे की पदाधिकारी चयन की नाराजी के कारण शिंदे गुट का टेंशन बढ़ा है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का आगामी मंगलवार को संभावित नाशिक दौरा है. इससे पूर्व ही शिंदे गुट के विधायक सुहास कांदे ने नाराजी व्यक्त की है. लेकिन आखिर तक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ रहने की बात कांदे ने स्पष्ट की.
मुख्यमंत्री, पालकमंत्री के किसी भी कार्यक्रम में एवं प्रमुख बैठकों में न दिखाई देने से विधायक कांदे नाराज होने की चर्चा नाशिक के राजनीतिक गलियारे में की जा रही थी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाशिक दौरे पर आये थे, उस समय सुहास कांदे यह मुख्यमंत्री के साथ दिखाई नहीं दिये. इस प्रश्न पर पत्रकारों ने कांदे से पूछताछ की. उस समय कांदे ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नाशिक आये, उस समय मैं मेरे निर्वाचन संघ में था और इस बारे में मुख्यमंत्री शिंदे को जानकारी दी थी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की प्रमुख उपस्थिति में शिंदे गुट के कार्यालय का उदघाटन बड़े जोर शोर से नाशिक में किया गया था. इस समय भी सुहास कांदे उदघाटन समारोह में नहीं थे. शिंदे गुट का नाशिक में कार्यालय कहां पर है और उसका उदघाटन कब हुआ, इस बारे में मुझे ज्ञात नहीं, ऐसा सुहास कांदे द्वारा कहे जाने पर शिंदे गुट में खलबली मची है.
शिंदे गुट मेें अनेक लोग आने हेतु इच्छुक हैं. लेकिन जिले में जिन पदाधिकारियों का चयन किया गया है, उनका नेतृत्व उन्हें मंजूर न होने की बात सुहास कांदे ने स्पष्ट की. अब पदाधिकारियों के चयन पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सामने बड़ा संकट निर्माण हुआ है.
गत कुछ दिनों से सुहास कांदे नाराज रहने की चर्चा पर आज विधायक कांदे ने नाशिक में पत्रकारों से संवाद साधते हुए अपनी भूमिका स्पष्ट करते हुए कहा कि महत्वपूर्ण बैठकों में मुझे नहीं बुलाया जाता. स्थानीय बैठकों के लिये मुझे आमंत्रित नहीं किया जाता. जिसके चलते मैं उपस्थित नहीं रहता. पालकमंत्री दादा भुसे की स्थानीय बैठकों मेंं मुझे कभी आमंत्रित नहीं किया गया. ऐसी नाराजी भी शिंदे गुट के विधायक सुहास कांदे ने पालकमंत्री दादा भुसे पर व्यक्त की है.

 

 

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