मुंबई में मराठी न बोलनेवाले सराफ को मनसे ने पीटा
सराफा व्यवसायी ने मांगी लेखिका शोभा देशपांडे से माफी
मुंबई/दि.९ – मुंबई के कुलाबा परिसर स्थित महावीर ज्वेलर्स में आभूषण खरीदने आयी मराठी की लेखिका शोभा देशपांडे ने दूकान के संचालक से कहा कि, वह उनके साथ मराठी में बात करे और अपनी दूकान का लाईसेन्स दिखाये. जिस पर सराफा व्यवसायी ने मराठी में बात करने से इन्कार करने के साथ ही उन्हें आभूषण देखने से भी मना कर दिया और उन्हें पुलिस की सहायता से दूकान के बाहर धक्के मारकर निकाल दिया. इस आशय का आरोप लगाते हुए लेखिका शोभा देशपांडे ने गुरूवार की दोपहर २ बजे से इस दूकान के सामने ही ठिय्या आंदोलन करना शुरू किया और कहा कि, उक्त दुकानदार जब तक उन्हें अपने दुकान का लाईसेन्स नहीं दिखाता और उनसे माफी नहीं मांगता, तब तक वे अपना आंदोलन पीछे नहीं लेगी. इसके बाद शुक्रवार की सुबह मनसे नेता संदीप देशपांडे ने महावीर ज्वेलर्स पहुंचकर लेखिका शोभा देशपांडे से मुलाकात की और दुकानदार को ‘मनसे स्टाईल‘ भी दिखाया गया. जिसके बाद उक्त सराफा व्यवसायी ने शोभा देशपांडे के पांव पकडकर माफी मांगी. पश्चात २१ घंटे तक चला लेखिका शोभा देशपांडे का आंदोलन खत्म हुआ. इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि, लेखिका शोभा देशपांडे द्वारा ग्राहक के तौर पर दूकानदार से मराठी में बात करने हेतु की गई मांग बिल्कूल भी गलत नहीं है. qकतु उनके साथ दूकानदार ने जो व्यवहार किया, वह गलत ही नहीं, बल्कि निषेधाह्र्य भी है. साथ ही पुलिस ने भी इस मामले में असंवेदनशिलता दिखाई है और अपने घर पर बैठी सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है.