मनसे को मिल सकता है मनपा चुनाव में ‘भोंगे’ का फायदा
वंचित अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने जताया राजनीतिक अनुमान
मुंबई/दि.12– राज्य में गुढीपाडवा पर्व के बाद से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे लगातार चर्चा में बने हुए और उनके द्वारा हिंदुत्व को लेकर आक्रामक भुमिका अपनाये जाने के चलते शिवसेना की समस्याएं व दिक्कतें लगातार बढ रही है. ऐसे में राज ठाकरे द्वारा आगामी 5 जून को रामलला के दर्शन हेतु अयोध्या जाने की घोषणा किये जाते ही शिवसेना की ओर से भी मंत्री आदित्य ठाकरे के 10 जून को अयोध्या जाने की घोषणा की गई. इन तमाम बातों के मद्देनजर वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने मनसे और राज ठाकरे के राजनीतिक भविष्य को लेकर अनुमान जताया है. जिसके तहत उन्होंने कहा कि, निश्चित तौर पर लाउडस्पीकर को लेकर चल रहे विवाद में राज ठाकरे को अच्छा-खासा राजनीतिक फायदा होनेवाला है. वहीं राज ठाकरे की भुमिका की वजह से शिवसेना के साथ-साथ भाजपा को भी धक्का लगनेवाला है. यदि ऐसा नहीं होता, तो भाजपा नेता देवेेंद्र फडणवीस को सायन में सभा लेने की जरूरत नहीं पडती.
वंचित बहुजन आघाडी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर के मुताबिक यद्यपि इस समय मनसे को भाजपा की बी-टीम बताया जा रहा है. लेकिन मनसे काफी अलग राजनीतिक समीकरण लेकर आगे चल रही है और महानगर पालिका के आगामी चुनाव पश्चात मनसे द्वारा मुंबई सहित राज्य की लगभग सभी महानगरपालिकाओं के चुनाव में काफी बडा उलटफेर भी किया जायेगा. ऐसे में विगत लंबे समय से मुंबई मनपा की सत्ता संभाल रही शिवसेना सहित राज्य की कई महानगरपालिकाओं में सत्ता रहनेवाली भाजपा को काफी हद तक मुश्किलों व नुकसान का सामना करना पड सकता है. वहीं हर महानगरपालिका में चुनाव पश्चात मनसे कम से कम औसतन चार-पांच सदस्य दिखाई देंगे.
वंचित बहुजन आघाडी के मुखिया प्रकाश आंबेडकर के मुताबिक यहां पर इस बात की अनदेखी नहीं की जा सकती है कि, राज ठाकरे द्वारा दी गई चेतावनी के बाद राज्य में कई मस्जिदों व मंदिरों से या तो लाउडस्पीकर हटा दिये गये, या फिर लाउडस्पीकरों की आवाज को काफी हद तक कम कर दिया है. ऐसे में इसे राज ठाकरे का राजनीतिक असर कहा जा सकता है. जिसका निकट भविष्य में राज ठाकरे को निश्चित तौर पर फायदा होगा.