नाशिक की सीट पर लडने के भुजबल को मोदी के आदेश
लेकिन भुजबल चुनाव मैदान से पीछे हटे, कारण क्या?
नाशिक/दि.20– लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए शुक्रवार को मतदान शुरु हुआ. लेकिन महाराष्ट्र में महायुती की अनेक सीटो पर विवाद है. सीटो का बंटवारा अब तक हल नहीं हुआ है. इसमें नाशिक, छत्रपति संभाजीनगर, मुंबई के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का समावेश है. नाशिक की सीट पर लडनेबाबत छगन भुजबल को केंद्रीय गृहमंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा था. पश्चात भुजबल ने तैयारी भी शुरु की थी. लेकिन पार्टी की तरफ से अधिकृत घोषणा नहीं हुई. भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी नाशिक से भुजबल को ही लडने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आदेश रहने की बात कही. लेकिन पश्चात छगन भुजबल ने लोकसभा चुनाव से हटने का निर्णय लिया और यह बात शुक्रवार को पत्रकार परिषद में घोषित भी की. इस सीट पर पेच निर्माण होने से चुनाव मैदान से हटने की जानकारी उन्होंने दी.
* क्या कहा छगन भुजबल ने?
नाशिक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए छगन भुजबल ने कहा कि, नाशिक की सीट बाबत अमित शाह के साथ चर्चा हुई. अमित शाह ने नाशिक की सीट पर लडने मुझे कहा, उस समय यह सीट शिवसेना के पास रहने की बात हमने कही. पश्चात अमित शाह ने कहा कि, वे एकनाथ शिंदे से इस बाबत बातचीत करेंगे. पश्चात भुजबल ने काम शुरु किया. नाशिक पहुंचकर विविध घटको से चर्चा शुरु की. मराठा समाज, आदिवासी, ओबीसी, अल्पसंख्यांक आदि विविध घटको ने समर्थन दिया. लेकिन अब तीन सप्ताह हो गए है. महाविकास आघाडी के उम्मीदवार के नाम की घोषणा होकर उनके द्वारा प्रचार का एक चरण पूर्ण हुआ है. लेकिन महायुती का चर्चा के जरिए नाशिक का प्रश्न हल नहीं हुआ है. इस कारण वे पीछे हट रहे है.
* अजीत पवार ने समीर भुजबल का नाम सूचित किया था
नाशिक की सीट के लिए अजीत पवार ने समीर भुजबल का नाम सूचित किया था. लेकिन भाजपा नेतृत्व ने छगन भुजबल को ही चुनाव लडने कहा. भुजबल ने कहा कि, उनकी भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से चर्चा हुई. उन्होंने ने भी वही कहा. देवेंद्र फडणवीस से भी बातचीत हुई तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश आया कि, उन्हें चुनाव लडना है. लेकिन भुजबल ने कहा कि, वे चुनाव मैदान से हट रहे है. इस कारण इस सीट का निर्णय तत्काल लेना चाहिए. कोई दुविधा निर्माण नहीं होनी चाहिए, ऐसा भी छगन भुजबल ने कहा.